मंडला: मध्य प्रदेश के मंडला जिले से 12 लड़कियों को दिल्ली ले जाया जा रहा था। उन लड़कियों में से एक लड़की हाथरस पहुंच गई। शनिवार को देर रात हाथरस बस स्टैंड पर मिली। लड़की से जब पुलिस ने पूछताछ की को उसने अपनी आपबीती बताई। हाथरस पुलिस ने मंडला पुलिस के माध्यम से लड़की के परिजनों को सूचित किया है।
रास्ते में इन लड़कियों को लड़कियों को बस स्टैंड के पास किसी जगह पर कमरे में बंधक बनाकर रखा गया था, किसी तरह निकलकर वह दो दिन में चलते हुए हाथरस पहुंची। लेकिन उसे उस जगह का नाम व पता याद नहीं है।
हाथरस एसपी विनीत जयसवाल के अनुसार शनिवार की देर रात बस स्टैंड पर एक लड़की के बैठे होने की सूचना पुलिस को मिली। साढ़े 17 वर्षीय लड़की ने कोतवाली सदर पुलिस को बताया कि वह मध्य प्रदेश के जिला मंडला के गांव डोंगर की रहने वाली है। एक हफ्ते पहले परिजनों की मर्जी से गांव की करीब 12 लड़कियों को एक व्यक्ति सिलाई कढ़ाई का काम सिखाने के बहाने दिल्ली ले जा रहा था। रास्ते में इन लड़कियों को किसी शहर में बस स्टैंड के पास कमरा किराए पर लेकर रखा गया था। उसे उस जगह का नाम व पता याद नहीं है।
3 दिन तक एक ही जगह रखने पर दिल्ली ले जाने वाले शख्स पर लड़की को शक हुआ तो वो वहां से भाग निकली 2-3 दिन से चलते हुए हाथरस पहुंची गई। पुलिस ने उसके परिजनों को संपर्क कर दिया है। लड़की के पिता ड्राइवर हैं। उन्होंने भी सिलाई-कढाई के लिए दिल्ली भेजने की बात बताई। पुलिस परिजनों के आने का इंतजार कर रही है।
हालांकि, हाथरस मे मंडला की 12 नाबालिग बच्चियों को बंधक बनाएं जाने की खबर को मंडला एसपी ने नकार दिया है। उनका कहना है की इन 12 बच्चियों की पुष्टि ना ही हाथरस पुलिस ने की और ना ही मंडला पुलिस ने की है। हालांकि मंडला छेत्र की एक बच्ची हाथरस के बस स्टैंड मे बीती रात पायी गई है। जिसे हाथरस कोतवाली लाया गया हैं, उसके बयान दर्ज किये जा रहे हैं। इसके अलावा उसके परिजनों को हाथरस के लिए रवाना किया गया है। मंडला पुलिस को भी मामले की जांच के लिए हाथरस भेजा जा रहा है।