भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी में एक बार फिर गैंगरेप (Bhopal gang rape) का मामला सामने आया है। रेलवे के दो बड़े अधिकारियों पर रेप का आरोप होने के कारण डीआरएम (DRM) ने आरोपी राजेश तिवारी और आलोक मालवीय को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि, शराब के नशे में धुत रेलवे के अपसरों ने स्टेशन के VIP रेस्ट रूम में युवती के साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी राजेश तिवारी और आलोक मालवीय को गिरफ्तार कर लिया है।
नौकरी का झांसा देकर बुलाया था भोपाल
युवती के अनुसार दोनों अफसर राजेश तिवारी और आलोक मालवीय ने युवती को नौकरी का झांसा देकर महोबा से भोपाल बुलाया था। वह शनिवार की सुबह भोपाल पहुंची। इसके बाद उसकी राजेश तिवारी से बात हुई। राजेश तिवारी ने उसे स्टेशन पर बने रेलवे के वीआईपी रेस्ट रुम में ठहराया। इसके बाद वह दोपहर को उससे मिलने आया और युवती को पीने के लिए कोई चीज दी, जिसमें कथित रूप से नशीला पदार्थ मिला हुआ था। इसके बाद युवती को हल्की बेहोशी आने लगी। जिसके बाद दोनों रेलवे के अफसरों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
आरोपी राजेश पर पहले भी लग चुका है फर्जीवाड़े का आरोप
आरोपी राजेश तिवारी वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदुर संघ में मंडल उपाध्यक्ष के पद पर तैनात है। वहीं उसका अन्य साथी आरोपी आलोक मालवीय सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ में सहायक मंडल सचिव है। राजेश तिवारी को पहले भी रेलवे पास के दुरुपयोग के चलते रेलवे से निकला गया था। बाद में वह रेलवे बोर्ड से अपील के बाद वापस उपाध्यक्ष के पद पर तैनात हुआ।
युवती की फेसबुक से हुई थी पहचान
मिली जानकारी के अनुसार युवती ने नौकरी की तलाश में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी। जिसके बाद उसकी पहचान रेलवे अफसर राजेश तिवारी से हुई। राजेश ने उसे नौकरी दिलाने के लिए भोपाल बुलाया। नौकरी की तलाश में वह बीते शनिवार को भोपाल पहुंची। यहां रेलवे अफसर राजेश तिवारी ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया।
DRM ने दिए जांच के आदेश
होश आने के बाद यवुती शाम को थाने पहुंची और दोनों रेलवे अफसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। युवती की शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ पुलिस ने प्लेटफार्म नंबर-1 का VIP रेस्ट हाउस सील कर दिया है। वहीं मामले में DRM ने जांच के आदेश दिए हैं।