भोपाल: आज पितृ मोक्ष अमवस्या है। 15 दिनों तक चलने वाले परम पवित्र पितृपक्ष का आज के दिन समापन हो रहा है। जिन लोगों को अपने पितरों की मृत्यु-तिथि मालूम नहीं होती वे आज के दिन पिण्ड-दान का कर्म कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी मृत सदस्य का श्राद्ध करना भूल गए हैं, तो उनके लिए अमावस्या पर श्राद्ध कर्म किए जा सकते हैं।
ऐसे करें तर्पण
पितृ अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके इसके बाद साफ कपड़े पहनकर पितरों को श्राद्ध दें। पितरों को तर्पण देने के दौरान जौ के आटे, तिल और चावल से बने पिंड अर्पण करना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
सर्व पितृ अमावस्या वाले दिन भूखे लोगों में मीठे चावल जरूर बांटें। ऐसा करने से धन का आगमन होता है और आर्थिक परेशानी दूर होती है। इस दिन सुबह नहाने के बाद आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं। ऐसा करने से करने से परेशानियां खत्म होती है। इस दिन ब्राह्मणों को घर बुलाकर उन्हें भोजन कराएं। इससे पितृ खुश होते हैं।
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हर अमावस्या के दिन पितरों का ध्यान करते हुए पीपल पर दही, गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, जल, पुष्प इत्यादि चढ़ाएं। मान्यता है कि पितृ पक्ष में सभी पितर देवता धरती पर अपने-अपने कुल के घरों में आते हैं और धूप-ध्यान, तर्पण आदि ग्रहण करते हैं।