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ग्वालियर : बंसल न्यूज की खबर का बड़ा असर हुआ। झारखंड से आए दंपति की मदद प्रशासन करेगा। दंपति की मदद के लिए ग्वालियर कलेक्टर ने निर्देश दिए जिसके बाद अब दंपति को वापस भेजने का इंतजाम जिला प्रशासन करेगा। इसके साथ ही दंपति के भोजन और ठहरने की व्यवस्था के साथ पांच हजार रुपये की तत्काल मदद भी की जाएगी। झारखंड से पति अपनी गर्भवति पत्नी को स्कूटी से ग्वालियर परीक्षा दिलवाने आया है। पत्नी को डीए़ड की परीक्षा दिलाने लाया था पति।
धनंजय और सोनी की अरेंज मैरिज दिसंबर 2019 में हुई। इस पर धनंजय ने कहा कि दशरथ मांझी से उसे प्रेरणा मिली है। धनंजय कैंटीन में खाना बनाने का काम करते थे और बीते तीन महीने से बेरोजगार हैं। स्कूटी में पेट्रोल भरवाने के लिए धनंजय ने अपनी पत्नी के जेवर 10 हजार रुपये में गिरवी रखे हैं। धनंजय खुद 10वीं पास भी नहीं हैं, लेकिन वे अपनी पत्नी को शिक्षक बनाना चाहते हैं। इसीलिए पत्नी को डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन द्वितीय वर्ष की परीक्षा दे रही हैं। इसी परीक्षा को दिलवाने के लिए धनंजय मांझी ने 1150 किमी स्कूटी चलाई और गर्भवती पत्नी को झारखंड से मध्यप्रदेश के ग्वालियर पहुंच गया।