भोपाल: भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में इस समय एक चक्रवात सक्रिय है, इस चक्रवात का असर अगले 24 घंटों में नजर आना शुरू हो जाएगा। जिसके तहत भारतीय मौसम विभाग IMD ने ताजा अनुमान जताया है कि 9 से 11 अक्टूबर को उत्तर भारत के कुछ राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में तेलंगाना में भारी वर्षा हो सकती है और अगले दो दिनों में दक्षिण भारत में इसका असर देखा जाएगा।
बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में पूर्व अंडमान सागर और उससे सटे उत्तर अंडमान सागर पर 9 और 10 अक्टूबर को समुद्र की हालत बहुत संवेदनशील हो जाएगी। इसके बाद 10 और 11 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल की खाड़ी, बंगाल की उत्तरी खाड़ी के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा से सटे इलाकों को प्रभावित करेगी।
अगले कुछ घंटों में बंगाल की खाड़ी में बन रहा सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ घंटों में बंगाल की खाड़ी में ओडिशा और इससे सटे भागों के करीब में कम दबाव का सिस्टम बन रहा है। यह सिस्टम ओडिशा से होता हुआ जमीनी भागों की तरफ बढ़ेगा और 10 अक्टूबर तक यह छग और मप्र होते हुए महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र पर पहुंच सकता है। बता दें कि इसका असर पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात में भी दिखाई दो सकता है। इससे पहले 2013 और 2014 के अक्टूबर महीने में भयंकर चक्रवाती तूफान फैलिन और हदहद आया था। इन दोनों तूफानों ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में काफी नुकसान पहुंचाया था।
All India Weather Forecast & Warning video based on 08:30 hours IST of 08-10-2020 pic.twitter.com/FuZx86J10P
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 8, 2020
मध्य प्रदेश राजस्थान में मानसून वापसी की संभावना
एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। जिसके कारण अगले दो-तीन दिनों के दौरान उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान के लगभग सभी क्षेत्रों और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों से मानसुन के वापस होने की संभावना है। इसके अलावा पूर्वी तथा पूर्वोत्तर राज्यों से इसकी वापसी में थोड़ा टाइम लग सकता है। कम दबाव के रूप में उठने वाले इस सिस्टम का असर अगले 1 हफ्ते तक नजर आएगा। इस सिस्टम की वजह से पूर्वी हवाएं देश के कई राज्यों में चलेगी। इसके कारण पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश तो होगी ही, साथ ही मध्य भारत में भी कुछ स्थानों पर वर्षा होगी। यह उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए 9-10 अक्टूबर तक पश्चिमी मध्य प्रदेश और इससे सटे गुजरात के पास पहुंच जाएगा।