नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत-रूस की दोस्ती समय 6th Eastern Economic Forum की कसौटी पर खरी उतरी है। साथ ही उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर किए गए सहयोग सहित कोविड-19 महामारी के दौरान दोनों देशों के बीच हुए ‘मजबूत’ सहयोग का उल्लेख किया।
ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) के पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने कहा कि 6th Eastern Economic Forum ऊर्जा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का एक अन्य प्रमुख स्तंभ है और भारत एवं रूस मिलकर वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता लाने में मदद कर सकते हैं।
उन्होंने यह उल्लेख किया कि भारत में एक 6th Eastern Economic Forum प्रतिभाशाली और समर्पित कार्यबल है जबकि सुदूर पूर्व क्षेत्र संसाधनों से भरा हुआ है और रूसी सुदूर पूर्व के विकास में योगदान करने की खातिर भारतीय प्रतिभाओं के लिए जबरदस्त गुंजाइश है।
उन्होंने फोरम में हिस्सा लेने के लिए 2019 में रूसी शहर व्लादिवोस्तोक की 6th Eastern Economic Forum अपनी यात्रा और उस दौरान ‘एक्ट फार ईस्ट पॉलिसी’ के लिए भारत की प्रतिबद्धता की घोषणा का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि यह नीति रूस के साथ भारत की ‘विशेष और करीबी रणनीतिक साझेदारी’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।