मुंबई। कोरोना महामारी के बाद डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) को काफी बल मिला है। कोरोना के बाद से शहरों में रहने वाले ज्यादातर लोग यूपीआई और ऑनलाइन माध्यम से ही लेन-देन कर रहे हैं। यह काफी सुविधाजनक तो है लेकिन इस माध्यम के कारण कई लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। अब तो साइबर ठगों ने लूट का नया तरीका भी खोज लिया है। इस तरीके में ठगों को ओटीपी की जरूरत भी नहीं पड़ती है। मुंबई में एक युवक भी इसी तरह की ठगी का शिकार (Cyber Crime) हुआ है। ठगों ने पीड़ित युवक के खाते से बिना ओटीपी जाने ही 75 हजार रुपए निकाल लिए। ठगों के इस तरीके ने साइबर पुलिस को भी सख्ते में डाल दिया है। मामला मुंबई से सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदीप प्रभाकर नाम के एक युवक ने मुंबई साइबर पुलिस से इसकी शिकायत की थी।
इस शिकायत में प्रभाकर ने बताया कि उसने होटल से बीते 27 जून को ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। इसके लिए प्रभाकर ने रेस्टोरेंट का नंबर गूगल से निकाला था। इसके बाद ऑर्डर प्लेस करने के लिए कॉल किया। होटल वाले नंबर पर ऑर्डर देने के बाद जब उन्होंने पेमेंट के बारे में पूछा तो प्रभाकर ने कैश देने की बात कही। इस बात पर होटल वालों ने प्रभाकर को कैश लेने से मना कर दिया और ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा। प्रभाकर को इसके लिए एक लिंक भेजी गई। उस लिंक को क्लिक करते ही एक ऐप डाउनलोड हो गया। इसके बाद प्रभाकर को ऐप में पेमेंट करने का ऑप्शन आने लगा। प्रभाकर ने उस ऐप पर पेमेंट कर दिया। इसके कुछ ही देर बाद प्रभाकर के खाते से ठगों ने 75 हजार रुपए उड़ा डाले। इसके बाद प्रभाकर ने मामले की शिकायत साइबर पुलिस से की है।
पुलिस भी हैरान…
पुलिस ने प्रभाकर की शिकायत दर्ज कर ली है। साथ ही आरोपियों की जांच शुरू कर दी है। मुंबई की साइबर पुलिस (Mumbai Cyber Police) अधिकारी ने बताया कि ठगों का यह नया तरीका है। इसमें बिना ओटीपी के मोबाइल पर लिंक भेजकर खातों से पैसे उड़ा रहे हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आरोपियों ने मैसेज सिस्टम को हैक किया है। बिना ओटीपी के पैसे उड़ाना संभव नहीं है। लेकिन शिकायत आने के बाद आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।