भोपाल। प्रदेश में शिवराज सरकार ने सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को रोकने के लिए शिवराज सरकार ने तैयारी कर ली है। अब पूरी सख्ती के साथ सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ कार्रावाई की जाएगी। सरकार इससे पहले भड़काऊ पोस्ट करने वालों को नोटिस देगी। इसके बाद भी जब यूजर नहीं मानेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रावाई की जाएगी। इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह के गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। साथ ही सरकार ट्विटर (Twitter), फेसबुक और इंस्टाग्राम को आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर पहले नोटिस देगी।
इसके बाद भी अगर यूजर्स सतर्क नहीं हुए और भड़काऊ कंटेट डालने से नहीं माने तो सख्ती से कार्रावाई की जाएगी। इसके साथ ही गैर कानूनी सामग्री पोस्ट होने पर वेबसाइट, मोबाइल एप, ई-कॉमर्स वेबसाइट, विभिन्न् ऑनलाइन एग्रेगेटर, इंटरनेट सेवा प्रदाता, वेबहॉस्टिंग सेवा प्रदाता पर भी सरकार सख्ती से निपटने की तैयारी कर रही है। इसकी जानकारी गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने मीडिया को दी है। राजौरा ने बताया कि नए नियमों के अनुसार भारत के नक्शे का गलत चित्रण, बाल विवाह, वित्तीय धोखाधड़ी, पशु क्रूरता, बाल यौन शोषण सहित दुष्प्रचार करने वाली किसी भी तरह की सामग्री पर नकेल कसी जाएगी। इस तरह की पोस्ट डालने वाले यूजर्स को पहले तो नोटिस भेजकर समझाया जाएगा। इसके बाद भी जो लोग नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कार्रावाई की जाएगी।
नोडल अधिकारी रखेंगे नजर…
सोशल मीडिया पर डाले जा रहे कंटेंट को लेकर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके लिए सभी ऑफिस में एक नोडल अधिकारी तैनात करने की भी बात की जा रही है। ये नोडल अधिकारी सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली सूचनाओं पर नजर रखेंगे। निगरानी के बाद अगर नोडल अधिकारियों को सोशल मीडिया जैसे टि्वटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट नजर आती है तो वह उसको लेकर पूरा प्रोफार्मा तैयार करके गृह विभाग के सचिव को शिकायत करेंगे। इस शिकायत के बाद यूजर के खिलाफ कार्रावाई की जाएगी।
वहीं सोशल मीडिया पर अगर महिला और बच्चों से जुड़ा हुआ कोई आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट होता है, तो महिला बाल विकास विभाग श्रमिकों के लिए श्रम विभाग में इसकी शिकायत की जाएगी। इस विभाग में मौजूद नोडल अधिकारी इस विषय की जांच कर कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाएगा। वहीं आतंकी या दंगा भड़काने वाली पोस्ट के लिए पुलिस और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गलत पोस्ट डालने वालों पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी पहल करेंगे। बता दें कि इस डिजिटल दौर में फर्जी सूचनाओं को फैलाना काफी आसान हो गया है। कोरोना काल में हजारों लोग फर्जी सूचनाओं के शिकार हुए हैं।