नई दिल्ली। (भाषा) डोमिनिका के एक मजिस्ट्रेट ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को जमानत देने से इनकार कर दिया। स्थानीय मीडिया में यह जानकारी दी गई है। चोकसी को कैरिबियाई द्वीपीय देश में कथित तौर पर अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए 23 मई को गिरफ्तार कर लिया गया था। ‘डोमिनिका न्यूज ऑनलाइन’ की खबर के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में वांछित चोकसी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष कहा कि उसका अपहरण किया गया था और उसे पड़ेासी देश एंटीगुआ तथा बारबुडा से जबरन डोमिनिका लाया गया।
A magistrate court in Dominica has rejected the bail application of fugitive diamantaire Mehul Choksi, in connection with his illegal entry into the country.
"Will will move the upper court," says Vijay Aggarwal, Choksi's lawyer
(File photo) pic.twitter.com/Sptoca48cg
— ANI (@ANI) June 3, 2021
डोमिनिका पहुंचने से पहले एंटीगुआ में रह रहा था चौकसी
व्हीलचेयर पर बैठा, 62 वर्षीय चोकसी काले रंग की निकर और नीले रंग की टी-शर्ट पहने हुए पीठासीन रोसियू मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुआ। उसे डोमिनिका चाइना फ्रेंडशिप हॉस्पिटल से अदालत लाया गया। इसी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। चोकसी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रहे डोमिनिका उच्च न्यायालय ने अवैध प्रवेश के आरोपों का सामना करने के लिए उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका ऐसे व्यक्ति को अदालत में पेश करने के लिए दायर की जाती है जो गिरफ्तार है या अवैध रूप से हिरासत में है।
72 घंटों के भीतर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने यहां कहा, ‘‘हमारा कहना है कि मेहुल चोकसी अवैध हिरासत में है इसलिए उसे 72 घंटों के भीतर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने की आवश्यकता है। इसे सुधारने के लिए उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। यह साबित करता है कि चोकसी को अवैध हिरासत में रखा गया। विभिन्न मीडिया खबरों के उलट भारत सरकार के संबंध में कोई चर्चा नहीं की गई।’’ मजिस्ट्रेट कैंडिया कैरेट जॉर्ज के समक्ष सुनवाई के दौरान डोमिनिका के अभियोजक ने चोकसी को हिरासत में रखने के लिए दो मुख्य दलीलें दी। लोक अभियोजक शेरमा डैलरिम्पल ने अदालत को बताया कि चोकसी के ‘‘भागने का खतरा है’’ और डोमिनिका में उसके लिए ऐसी कोई वजह नहीं है जो जमानत मिलने पर उसे देश से भागने से रोक सके।
पत्नी ने कहा- डोमिनिका में मेहुल को टॉर्चर किया गया
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में मेहुल की पत्नी ने कहा है, ‘मेरे पति को पहले से कई बीमारियां हैं। वे एंटीगुआ के नागरिक हैं और वहां के संविधान के मुताबिक, उन्हें तमाम अधिकार प्राप्त हैं। मैं कैरेबियाई देशों के कानून का सम्मान और उनमें भरोसा करती हूं। हमें मेहुल के जल्द और सुरक्षित एंटीगुआ लौटने का इंतजार है। मेरे पति को फिजिकली टॉर्चर किया है और इससे हम नाराज हैं।’