बालाघाट। MP Anti-Naxal Campaign मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के विशेष हॉक फोर्स और पुलिस के उन 55 जवानों को बारी से पहले पदोन्नति देने की बुधवार को घोषणा की जिन्होने 2022 में दो नक्सल विरोधी अभियानों में छह नक्सलियों का सफाया किया था। वह बालाघाट शहर के पुलिस लाइन में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सीएम शिवराज ने जो कहा
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं यहां जनता की ओर से वीरों की पूजा करने आया हूँ, वीरता का सम्मान करने आया हूं, यदि वीरता का सम्मान नहीं किया जायेगा तो वीरता बांझ हो जायेगी। इसलिए, राज्य सरकार इन जवानों को सम्मानित करने के लिए ‘आउट ऑफ टर्न प्रमोशन’ दे रही है। उन्होंने छह नक्सलियों का सफाया करने में सफलता हासिल की, जिनके सिर पर कुल 1.18 करोड़ रुपये का इनाम था।’ दो नक्सल विरोधी मुठभेड़ पूर्वी मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में हुई थीं जिसकी सीमा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से लगती है। चौहान ने कहा कि राज्य में नक्सली नेटवर्क को 2022 में नष्ट कर दिया गया और पहली बार चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हुए प्रदेश के सुरक्षा बलों द्वारा छह कट्टर नक्सलियों को मार गिराया गया।
इतिहास में पहली बार
उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई एक राष्ट्र-विरोधी संगठन के साथ है, जिसके सदस्य संविधान में विश्वास नहीं रखते हैं और गुरिल्ला युद्ध में लगे हुए हैं।’ चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने अतीत में डकैत नेटवर्क और स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) नेटवर्क को बेअसर कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी।पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार एक साल में छह नक्सलियों को मार गिराया गया और इसलिए अभियान में शामिल लोगों को बारी से पहले पदोन्नति दी गई।