Advertisment

Interesting Facts in Hindi: दुनिया की वे 5 जगहें, जहां इंसान नहीं जाते हैं, जानें वजह

आपको जब अपने काम से फुरसत मिलती है तो कई बार घूमने का प्‍लान बना लेते होंगे. लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसी जगह भी हैं।

author-image
Agnesh Parashar
Interesting Facts in Hindi: दुनिया की वे 5 जगहें, जहां इंसान नहीं जाते हैं, जानें वजह

Humans are not Allowed : दुनिया भर में  ऐसी बहुत सी जगहें मौजूद हैं। जो घूमने की दृष्टि से बेहद ही खूबसूरत हैं, जहां पर इंसान जाकर सूकन महसूस करता है। साथ ही अगर लोग वेकेशन के दौरान घूमने जाते हैं तो वह  घूमे हुए पलों को  जिंदगी भर नहीं भूलते। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसी भी  खूबसूरत जगह हैं। जहां पर इंसानों के जानें पर रोक लगी हैं। यह रोक संबंधित देशों की सरकारों ने ही लगाई हैं। ऐसी एक जगह तो भारत में भी स्थित है। साथ हीअन्य चार जगह और भी मौजूद हैं। तो आइए जानतें हैं इन जगहों के बारें में विस्तार से।

Advertisment

अमेरिका का एरिया 51

सबसे पहले हम बात करेंगे अमेरिका की जी हां अमेरिका के एरिया 51 को लेकर बहुत कहानियां चर्चिच हैं। अमरेकी वायुसेना की तरफ से गुप्त सुविधा एरिया घोषित 51 एरिया को लेकर लोग अक्सर ही  चर्चा करते रहते हैं।

आम नागरिकों का जाना प्रतिबंधित

इस क्षेत्र के बारे में बहुत बातें भी चलती रहती है। बता दें कि अमेरिकी वायुसेना के लिए तय इस जगह का अपना एक उद्देश्य है। इस जगह पर आम नागरिकों का जाना प्रतिबंधित है। यहां पर होने वाली शोध प्रक्रियों अभी भी एक रहस्य बनी हुई हैं।

1955 में सरकार ने कर लिया था अधिग्रहण

बता दें कि एरिया-51 अमरिका के लास वेगस से करीब 133 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पर वायुसेना की ट्रेनिंग और टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। इस एरिया में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है। अमेरिकी सरकार ने इस एरिया को 1955 में अपने अधिग्रहण में ले लिया था। कहा जाता है कि इस एरिया में हथियारों का परीक्षण और एयरोप्लेन की की ट्रेनिंग होती है।

Advertisment

दुनिया का सबसे बड़ा बीजों का भंड़ार

उत्तरी ध्रुव और नार्वे के बीच बसा स्वालबार्ड आर्किपेलागो पर दुनिया का सबसे बड़ा बीजों का भंड़ार है। इस बीज भंड़ार को दस साल बाद खोला गया था। इसमें भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों ने बीज जमा किए थे। बता दें इतने बीज जमा करने का उद्देश्य है कि जलवायु परिवर्तन से निर्मित खाद्य संकट से आसानी से निपटा जा सके।

publive-image

रख रखाव में 90 लाख डॉलर है खर्च

वैज्ञानिकों द्वारा 25 करोड़ फसलों के बीजों और प्रजातियों को बचाना है। इन्हें पूरी दुनिया से लाकर यहाँ सुरक्षित रखा गया है। इनकी सुरक्षा और रख रखाव में 90 लाख डॉलर खर्च होते हैं। इस जगह पर आम लोगों का जाना प्रतिंबधित है।

सेंटिनल द्वीप

सेंटिनल द्वीप बंगाल की खाड़ी में स्थित एक छोटा से द्वीप है। यह दक्षिण अंडमान जिले में आता है। लेकिन यहां पर जानें को किसी भी व्यक्ति को परमिशन नहीं है। दरअसल इस द्वीप पर पाबंदी की वजह है जनजाति जिसका बाहरी दुनिया से कोई लेना देना नहीं है।

Advertisment

publive-image

इस द्वीप पर करीब 60 हजार लोग रहते है। आज भी इस द्वीप पर रहने वाले लोगों खान-पान और रहने के तरीका आज भी एक रहस्य बना हुआ है।

चेरनोबिल अपवर्जन

युक्रेन तो वर्तमान समय में युद्ध को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन युक्रेन में ही चेरनोबिल अपवर्जन एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर आम लोगों की आवाजाही पर रोक है। सन् 1986 में परमाणु आपदा से यह क्षेत्र तभी से बैन है।

publive-image

यहां पर लंबे समय तक विकिरण की वजह से पदूषित होने से लोगों के जाने पर पाबंदी लगाई गई है। बता दें कि ऐसे ही पिपरियात का भयानक भूतिया शहर और निर्जन रिएक्टर आपदा के विनाशकारी असर की याद दिलाते हैं।

Advertisment

स्नेक आइलैंड

ब्राजील देश के समुद्री इलाके में स्थित एक छोसा भूभाग जिसे स्नेक आइलैंड के नाम भी जाना जाता है। इस आईलैंड का स्नेक आईलैंड नाम होने के पीछे भी एक स्पष्ट कारण है। दरअसल, इस आईलैंड पर बहुत से जरहीले सांपों का बसेरा है।

publive-image

बड़ी संख्या में मौजूद सांपों की वजह से यह आम लोगों के लिए आने-जाने के लिए खतरनाक है। ब्राजील सरकार ने लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इस आईलैंड पर जाने पर रोक लगा रखी है।

interesting facts in hindi Area 51 Chernobyl Exclusion Humans are not Allowed Sentinel Island Snake Island Svalbard Archipelago एरिया 51 चेरनोबिल अपवर्जन सेंटिनल द्वीप स्नेक आइलैंड स्वालबार्ड आर्किपेलागो
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें