चेंगलपेट (तमिलनाडु)। Tamil Nadu Earthquake तमिलनाडु में शुक्रवार सुबह 3.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी।
सुबह आया था भूकंप
भूकंप उत्तरी तमिलनाडु के चेंगलपेट जिले में सुबह सात बजकर 39 मिनट पर आया।भूकंप विज्ञान केंद्र ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आठ दिसंबर 2023 को भारतीय समयानुसार सुबह सात बजकर 39 मिनट पर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था।’’
कर्नाटक- मेघालय में भी आया भूकंप
महाराष्ट्र की सीमा से सटे उत्तरी कर्नाटक के विजयपुरा जिले के कुछ हिस्सों में शुक्रवार सुबह 3.0 तीव्रता का भूकंप आया। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र ने यह जानकारी दी। केएसएनडीएमसी के बयान के मुताबिक, भूकंप सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर आया जिसका केंद्र जिले के विजयपुरा तालुक में उकुमानल गांव से 4.3 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था।
बयान में कहा गया है कि भूकंप के तीव्रता मापन से पता चला है कि इसकी तीव्रता कम थी और इसके झटके आसपास के 40-50 किलोमीटर के दायरे में महसूस किए जा सकते हैं। बयान के अनुसार, “तीव्रता कम होने के कारण इस भूकंप से स्थानीय लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा, हालांकि स्थानीय स्तर पर झटके महसूस हो सकते हैं।”
मेघालय में कितनी रही तीव्रता
इस बीच, मेघालय की राजधानी शिलांग और आसपास के इलाकों में भी शुक्रवार सुबह 3.8 तीव्रता का भूकंप आया। एक अधिकारी ने बताया कि जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं मिली है। शिलांग में क्षेत्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भूकंप सुबह 8:46 बजे, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 मापी गई। उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र शहर के दक्षिण-पश्चिम में मावफलांग इलाके में 14 किलोमीटर गहराई में था।
असम में आया था भूकंप
असम के गुवाहाटी में आज सुबह करीब 5:42 बजे रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज़ किया गया। इसकी जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी है।हालांकि भूकंप के इन झटकों की वजह से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन जल्द सुबह झटके महसूस होने की वजह से लोगों में डर का माहौल व्याप्त है।
क्यों आता है भूकंप
आपको बताते चलें, भूकंप एक तरह की ऐसी घटना ही जब धरती की मोटी परत जिसे क्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं।
ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर , दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।
Tamil Nadu News, Earthquake Update, Chengalpet, Kerala News