MP News: शहडोल में करंट लगने से 2 सगे किसान भाईयों की मौत हो गई। दरअसल जंगली जानवरों के लिए शिकारियों ने खेतों में बिजली के तार बिछाए हुए थे। जिसकी चपेट में दोनों किसान आ गए और दोनों की मौत हो गई। घटना खड्डा गांव के लोढ़ा धार नाले के पास की है, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। हालांकि अभी ये ज्ञात नहीं हुआ कि करंट के लिए तार किसने बिछाए थे।
जंगली जानवरों के लिए जगह जगह लगे बिजली के तार
ब्यौहारी के खड्डा गांव में दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। कैलाश कोल और छोटू कोल अपने खेत से घर लौटते समय जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए करंट की चपेट में आ गए। बड़े भाई कैलाश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छोटू की सिविल अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने बिजली की तार जब्त कर ली हैं और मामले की जांच जारी है। थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि करंट किसने लगाया।
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एक महीने के भीतर ऐसा चौथा मामला
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए करंट ने एक महीने में चार लोगों की जान ले ली। जिले की सीमा बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से जुड़ी होने से जंगली जानवरों की गतिविधियाँ अधिक हैं। इससे शिकार के लिए करंट लगाने की घटनाएँ बढ़ गई हैं। पुलिस ने पहले दोनों घटनाओं में आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इन दो घटनाओं में गई जान
पहली घटना गोहपारू थाना क्षेत्र के उमरिया गांव में हुई थी। इसके बाद देवलौंद थाना क्षेत्र में फैलाए गए करंट से युवक की मौत हो गई। आरोपियों ने घटना छिपाने के लिए शव को पत्थरों से बांधकर नदी में फेंक दिया था। बाद में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। दूसरा मामला उमरिया में एक किसान की मौत हुई थी।
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