नई दिल्ली। अभी तक कन्या राशि में सीधी Budh Vakri 2022चाल चल रहे बुध आज से वक्री होने वाले हैं। astrology आपको बता दें वक्री होकर hindi news उनकी उल्टी चाल शुरू हो जाएगी। जब grah gochar september भी कोई ग्रह उल्टी चाल चलता है budh ki chal 2022 उसका प्रभाव बदल जाता है। वह थोड़ा उग्र स्वभाव का हो जाता है। लेकिन पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार चूंकि बुध उच्च की राशि में होेने के कारण अच्छा प्रभाव देंगे। हालांकि कुछ राशियों को छोड़कर अन्य राशियों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है।
वक्री होेने पर चाल हो जाती है उल्टी —
ज्योतिषाचार्य पंडित अनुसार सोमवार यानि 6 सितंबर से वक्री हो जाएंगे। वक्री होने पर कोई भी ग्रह अपनी ही राशि में उल्टी चाल चलने लगता है। साथ ही ग्रह उत्पाद मचाने लगता है। इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इसके अलावा देश के साथ—साथ मौसम पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
आपके किस भाव में हैं बुध —
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध आठवें, चौथे और बारहवें भाव में होता है। साथ ही साथ जिन्हें नीच के बुध हैं उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा धनु राशि में गोचर करने पर यह इस राशि के लिए शुभ रहेगा। बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं।
यह रहे बुध के लक्षण —
बुध ग्रह के कमजोर होने पर जातक को उस क्षेत्र से जुड़ी परेशानियां घेरने लगती हैं। बेवजह नुकसान और समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। व्यक्ति की आदतें भी ग्रहों के असर से प्रभावित होती हैं। उसके मुताबिक वह ग्रह कमजोर या मजबूत होता है। साथ ही उसका असर उसके जीवन पर भी साफ नजर आता है।
कमजोर बुध के संकेत —
- बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, वाणी, सौंदर्य, धन का कारक ग्रह है। लिहाजा आपकी जिंदगी में अचानक पैसों की तंगी हो
- जाए और आप कर्ज के बोझ से दबने लगें तो मान लीजिए कि आपका बुध ग्रह कमजोर हो रहा है।
- अचानक मान हानि होने के साथ—साथ लोग आपका सम्मान बंद कर दें, बुध की कमजोरी के संकेत है।
- आत्मविश्वास कम होना, खुद की बुद्धिमत्ता और निर्णयों पर संदेह करना।
- महिला रिश्तेदारों जैसे बहन, बुआ, मौसी आदि से रिश्ते खराब होना।
- दुर्बल होते जाना, जातक का तेज खत्म होना, चेहरा उतरा हुआ दिखने लगना।
- बोलने और सुनने से जुड़े अंगों में समस्या।
- दुर्बल बुध व्यापार में भी नुकसान कराता है।
ऐसे कर सकते हैं बुध को मजबूत —
बुध को मजबूत करने के लिए हरे रंग की चीजों का उपयोग करें। साथ ही उनका दान भी करें। जैसे- हरी मूंग, पालक, हरे रंग के शरबत का दान करें। सुहागिन महिलाओं को हरी चूड़ियां भेंट करें। खीरा, हरी सब्जियां, फल खाएं। हरे रंग के कपड़े पहनें।
हर 24 दिन में राशि परिवर्तन करते हैं बुध
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री (9893153724)के अनुसार बुध ग्रह 24 दिन में अपनी राशि परिवर्तित करते हैं। बुध ग्रह 6 सितंबर को कन्या राशि में वक्री होने जा रहे हैं। आपको बता दें किसी भी ग्रह परिवर्तन की तिथि स्थान के अनुसार आगे-पीछे हो जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के माने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मिथुन के साथ-साथ कन्या राशि बुध के स्वामित्व वाली राशि है। जिन भी जातकों की कुंडली में बुध उच्च ग्रह में बैठे हैं उन्हें इस दौरान विशेष लाभ मिलेगा।
ये राशियां होंगी मालामाल –
मिथुन राशि
अगर आपकी राशि मिथुन है तो बुध का गोचर आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाला है। इस राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में प्रशंसा मिल सकती है। आपके बड़े अधिकारी आपके काम से प्रसन्न होंगे। इतना ही नहीं इस गोचर के दौरान आपको आपकी मेहनत का पूरा फल मिलेग। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं तो आपको सफलता मिल सकती है।
कर्क राशि
मिथुन की तरह की कर्क राशि के जातकों के जीवन में शुक्र का गोचर खुशियों की बहार लेकर आ सकता है। आपको संतान पक्ष की ओर से सुख समाचार मिल सकता है। इतना ही नहीं अगर परिवार के साथ भी आ प अच्छ समय बिताएंगे।
सिंह राशि
अगर आपकी राशि सिंह है तो आपको ये गोचर कार्य स्थलों में सम्मान दिला सकता है। आपको अचानक धन लाभ हो सकता है। वाणी और मधुरता से आप हर किसी पर अपना प्रभाव डाल पाएंगे।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
Vastu Tips : किसी को भूलकर भी न दें रसोई की ये 4 चीजें, आ सकता है दुर्भाग्य