UJJAIN: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में अब फेस रीडिंग के साथ दर्शन के लिए आने वाले हर श्रद्धालु की गिनती भी हो सकेगी। इसके लिए हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। मंदिर प्रबंध समिति को यह कैमरे दान में मिले हैं। मंदिर परिसर में ऐसे चार कैमरे लगाए हैं। महाकाल विस्तारीकरण के क्षेत्र में भी हाई रेगुलेशन कमरे लगवाये जायेगे। जिससे चेन स्नैचर और जेब कटो पर भी नजर रखी जायेगी।
क्या है विस्तार
मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह काम किया है। इसे लगातार अपडेट भी किया जाएगा। मंदिर के आईटी प्रभारी के अनुसार दो कैमरे चांदी द्वार और दो कैमरे कार्तिकेय मंडपम् में लगाए हैं। इनकी मदद से हर श्रद्धालु का चेहरा बेहतर क्वालिटी के साथ कैमरे में कैद हो जाएगा। इसके अलावा मंदिर में कितनी श्रद्धालु आए, इसकी गिनती भी इन कैमरों में हो सकेगी। मंदिर को यह कैमरे आनंद परिषद के अशोक खंडेलवाल ने दानदाताओं के सहयोग से दिलवाए हैं। इनकी लागत 1 लाख 70 हजार रुपए है। मंदिर में चेन स्नेचिंग, पर्स, मोबाइल चुराने वालों को पकड़ने के लिए भी इनका उपयाेग किया जाएगा। मंदिर में वारदात होगी तो संबंधितों के फोटो स्कैनिंग होंगे। इससे पता लगाने में आसानी होगी कि वारदात में कोई हिस्ट्रीशीटर शामिल था या नहीं।
कलेक्टर ने दी जानकारी
सिंहस्थ के अलावा शनिश्चरी अमावस्या, शिवरात्रि, नागपंचमी पर महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में यह कैमरे मददगार साबित होते दिखाई दे रहे हैं। कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार कैमरे की क्वालिटी ऐसी है कि किसी भी महिला, पुरुष का चेहरा एकदम उसी तरह संरक्षित रखा जा सकता है, जैसा फोटो खिंचवाया हो। चांदी द्वार पर लगाए दो कैमरों में से एक फेस रीडिंग कर स्टोर कर लेगा, जबकि दूसरा कैमरा गिनती के लिए लगाया है। जैसे ही कोई श्रद्धालु उससे गुजरेगा, डिजिटल मीटर अपने आप अपडेट हो जाएगा।