भोपाल। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन अभियान जोरों पर चल रहा है। रोजाना प्रदेशभर में हजारों लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। प्रदेश की जेलों में भी कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है। क्षमता से अधिक भरी जेलों में कैदियों को कोरोना की पहली डोज दे दी गई है। प्रदेश शासन ने इसकी जानकारी हाईकोर्ट को सौंपी है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद से पेरोल पर बाहर निकाले गए कैदियों के बाद भी प्रदेश की जेलों में क्षमता से अधिक कैदी भरे पड़े हैं। वहीं कोरोना की वैक्सीन सभी जेलों में बंद कैदियों को लगाई जा चुकी है। जबलपुर हाईकोर्ट में दायर एक याचिका पर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच सुनवाई कर रही है। यह याचिका प्रदेश की जेलों क्षमता और उनमें बंद कैदियों के बारे में है। सरकार की ओर से पेश की गई रिपोर्ट में इन आंकड़ों की जानकारी मिली है।
पेरोल पर भेजे थे कैदी…
बता दें कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही कैदियों को पेरोल पर भेजा गया था। इसके बाद भी जेल में कैदियों की संख्या कम नहीं हुई है। पिछले 38 दिनों में प्रदेशभर में 7945 नए कैदी पकड़े गए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश भर की जेलों की कुल क्षमता 28,675 कैदी रखने की है। वहीं 7 मई 2021 की बात करें तो प्रदेशभर की जेलों में 45,582 कैदी बंद थे। इस क्षमता को कम करने के लिए हाईकोर्ट के निर्देश पर हाई पावर कमेटी बनायी गयी थी जो कैदियों को अलग-अलग श्रेणियों में महामारी पैरोल पर छोड़ने के दिशा निर्देश पर काम कर रही थी।
इसके बाद कैदियों को पेरोल पर भी छोड़ गया था। इसके पिछले 38 दिनों में कैदियों की संख्या एक बार फिर बढ़ गई है। हालांकि अब कैदियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डेज लगा दी गई है। साथ ही अब प्रदेश में कोरोना की रफ्तार भी घटती दिख रही है। रोजाना सामने आने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से कमी देखने को मिली है। इसी को देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया में भी तेजी देखने को मिल रही है।