मुरैना: शिवराज सरकार लगातार IAS अधिकारियों के तबादले कर रही है। इसी के तहत शुक्रवार को भी सरकार ने 5 भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर किए हैं। जिसमें मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास का भी नाम शामिल है। अब सरकार ने उन्हें राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम के एमडी की जिम्मेदारी दी है।
कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियां-
प्रियंका दास का कार्यकाल मुरैना जिले में लगभग 20 महीने का रहा है। इस दौरान उन्होंने जिले में कई सराहनीय काम किए हैं। जो इस प्रकार हैं-
1- 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उनकी मुख्य भूमिका रही। उन्होंने चंबल अंचल में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराएं।
2- सितंबर 2019 में चंबल नदी में आई बाढ़ से मुरैना जिले के लगभग 60 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए थे। इस दौरान उनके कुशल नेतृत्व में बाढ़ में फंसे सभी लोगों को सकुशल निकाला गया और ग्रामीणों की खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई। ग्रामीणों की हरसंभव मदद करने के लिए वह खुद ही आगे आई। जिसका लोगों ने जमकर सराहना की।
3- मुरैना की गजक को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की पहल की। इसी के तहत जिले में पहली बार दो दिवसीय गजक मिठोत्व उत्सव का आयोजन किया। कलेक्टर प्रियंका दास के इस कार्य की सरकार ने भी सराहना की थी।
4- मुरैना जिले में चंबल कमिश्नरी पार्क में बच्चों के लिए जिले की पहली ओपन लाइब्रेरी शुरू की। जिससे जिले के बच्चों को मुरैना की धरोहर और धार्मिक जानकारी मिल सके।
5- मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास के कार्यकाल में नवीन कलेक्ट्रेट भवन बनकर तैयार है।
6- जिले में करोड़ों रुपए की लागत से बनने वाला फ्लाईओवर लगभग उद्घाटन के लिए तैयार है। जाम से निजात दिलाने के लिए लोगों ने उनकी तारीफ करते हुए इसे सराहनीय कार्य बताया।
7- मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने कोरोना योद्धा के रूप में भी अच्छा काम किया। स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिए हर संभव प्रयास और लोगों को अच्छे से अच्छा इलाज दिलाने की हरसंभव कोशिश की।
8- लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से मुरैना जिले में आए मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिे निशुल्क बसों सेवा, भोजन, पानी और मेडिकल चेकअप का इंतजाम किया। उनके इस प्रयास का बाहरी मजदूरों ने जमकर सराहा।
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उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जिले में कुपोषण पर भी सराहनीय कार्य किया है। जिला अस्पताल में ब्लड डोनेट कैंप लगवाएं। जिसमें उन्होंने लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए प्रेरित किया। इसी के तहत उन्होंने खुद आगे आकर भी ब्लड डोनेट किया। मुरैना जिले में इस तरह का पहला कार्य मुरैना कलेक्टर के द्वारा किया गया है।