भोपाल: आज गणेश चतुर्थी पूरे देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है। ऐसी मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन पूरे विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उसके जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक खास त्योहार है। इसे भारत के विभिन्न राज्यों में मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी के दिन लोग भगवान गणेश की प्रतिमा अपने घरों में स्थापित करते हैं। और इस प्रतिमा का नौ दिनों तक पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं। नौ दिन बाद गाजा-बाजा के साथ गणेश प्रतिमा को किसी तालाब, नदी या जल में विसर्जित कर दिया जाता है।
भगवान गणेश को बुद्धि-समृद्धि का देवता माना जाता है
किसी भी मंगल कार्य के शुरूआत से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। उन्हें बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है।
भगवान गणेश की पूजा करने की विधि-
सबसे पहले गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करें। इसके बाद भगवान गणेश के व्रत का संकल्प लें। संकल्प लेने के बाद भगवान गणेश की मूर्ति को मंदिर में किसी लाल वस्त्र पर स्थापित करें। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए एक कलश में जलभर उसके ऊपर नारियल रखकर उसे चावल पर मूर्ति के पास रखें। भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगाए और उनका मंत्रोच्चार कर पूजा करें।
पूजा में इन सामग्री को करें शामिल
धूप, दीप, अगरबत्ती, नारियल, कुमकुम, चावल, दुर्वा घास, फूल, तिलक, चंदन, गंगाजल, शहद, दही और कपूर को पूजन सामग्री में शामिल करें।