अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी कोई बियर का सेवन करता है तो वह बियार को गिलास में डालने के लिए गिलास को टेढ़ा कर लेता है। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बियर पीने का यह तरीका गलत है, लेकिन सवाल यह है कि आखिर गिलास को टेड़ा ही क्यों किया जाता है।
क्यों किया जाता है गिलास टेड़ा?
दरअसल, बीयर में बनने वाले झाग को रोकने के लिए गिलास को टेड़ा किया जाता है। आपने देखा होगा की जब भी बियर को गिलास में डालते है तो बियर का झाग बनने लगता है। अगर हम बियर को डायरेक्ट गिलास में डालते है तो गिलास में बियर की जगह झाग अधिक जम जाता है, ऐसे में झाग को कम करने के लिए गिलास को टेढ़ा करना पड़ता है।
क्यो बनता है झाग?
कोई भी बोतल या बीयर की बोतल में कार्बन डाय ऑक्साइड होता है जिसके चलते बीयर में झाग बनता है। जब भी कोल्ड्रिंक या बीयर की बोतल को खोला जाता है तो उसमे से गैस जैसी निकलने की आवाज आती है, जो बोतल में मौजूद कार्बन डाइ ऑक्साइड के चलते होता है।
एक्सपर्ट क्यों मानते यह तरीका गलत?
जब भी गिलास में बीयर को टेढ़ा करके डाला जाता है तो झाग गायब हो जाता है। इस तरीके को एक्सपर्ट गलत मानते है। उनका मानना है कि यह हेल्थ के हिसाब से ठीक नहीं है। एक्सपटर््स का माना है कि जिस बीयर में झाग नहीं होता वो इंसान के पेट में जाकर सीओ2 बनाती है। जिससे पेट में गैस या ब्लोटिंग की समस्या बनती है। इतना ही नहीं बीयर पीने के बाद अगर कोई अनहेल्दी खाना खा ले तो उसे समस्या हो सकती है।
हालांकि आपको बता दें कि बीयर में बनने वाला झाग हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। बीयर से जो गैस निकलती है, जिसके चलते बीयर में बुलबुले बनने लगते है जो झाग की तरह दिखाई देते है। हालंाकि झाग कुछ देर बाद गायब हो जाता है।