पुलिस थानों में आपने अभीतक तो अपराधियों को हाथों में हथकड़ियां देखी होंगी, लेकिन क्या आपने कभी किसी बंदर को हथकड़ियों में देखा है? ऐसा ही एक नजारा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की व्यावरा तहसील में देखने को मिला, जब एक मौहोल्ले के लोग एक उत्पाती बंदर को लेकर पुलिस थाने पहुंचे तो पूरा पुलिस थाना भी चौंक गया।
दरअसल, इन दिनों प्रदेश के कई शहरों में बंदरों के आंतक की खबरे सामने आती रही है। राजगढ़ के ब्यावरा में भी बंदरों का आतंक है।इन बंदरों के आतंक से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन भी परेशान हैं। बंदरों के आतंक से ब्याबरा के रहवासी इतना परेशान हो गए कि उन्होंने ही खुद बंदर को पकड़कर उसे रस्सी से बांधकर थाने जा पहुंचे और बंदर के खिलाफ एक शिकायत भी दर्ज कराई। मामला ब्यावरा के गारद मोहल्ला क्षेत्र का है जहां एक उत्पाती बंदर मोहल्लेवासियों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। बंदर लोगों के घरों में घुसकर तोड़फोड़ और नुकासान कर रहा था।
बंदर को लगाई हथकड़ियां!
मोहोल्ले वाले बंदर से काफी परेशान थे। बंदर बुजुर्गों और बच्चों को नुकसान पहुंचा रहा था। ऐसे में मोहल्ले वालों ने बंदर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया। इसके बाद मोहल्ले वालों ने बंदर को चेंन और रस्सी से बांधा और उसे गाड़ी पर बैठाकर पुलिस थाने ले आए। जब मोहल्ले वालों ने थाने में बंदर के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की बात कही तो पुलिस वाले भी हैरत में पड़ गए। लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने उत्पाती बंदर को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया।
बंदरों के आतंक से परेशान वन विभाग
आपको बता दें कि बंदरों के आतंक से वन विभाग के लोग भी परेशान है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन पर्यटकों की परेशानियों को देखते हुए बंदरों का रेस्क्यू करा रहा है। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू टीम अब तक 250 से अधिक बंदरों को पकड़ चुकी है। वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने के लिए जगह-जगह पिंजरे लगवा रखे हैं। पिंजरों में खाने-पीने की चीजें रखी जाती है जिसके लालच में बंदर पिंजरों में फंस जाते है।