आप ट्रेन से सफर से करते ही होंगे, और अगर किया है तो आपने ट्रेनों में मिलने वाला बंद बोतल पानी भी खरीदा होगा, क्या आपने कभी गौर किया है कि बंद पानी की बोलत में धारियां जैसी बनावट होती है, लेकिन आखिरकार ये धारियां हर पानी की बोतल में क्यो होती है, आखिर इनको क्यों बनाया जाता है।
आपने इस बात पर भी गौर किया होता कि मिनिरल बॉटल का ब्रैंड बदल दिया जाता है। लेकिन उसकी डिजाइन कभी नही बदली जाती और अगर बदल भी गई तो बोतल में धारियां जरूर दी जाती है।
दरसअल, बोतल में दी जाने वाली धारियों के पीछे एक विज्ञान छुपा हुआ है। बोतल में दी जाने वाली इन लाइनों का कनेक्शन बोतल की सेफ्टी के लिए होता है।
यह लाइने बोलत को मजबूती प्रदान करती है। प्लास्टिक की बोतल काफी सॉफ्ट होती है। जब बोतल में से पानी कम हो जाता है तो वह पिटचने लगती है। ऐसे में बोतल के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। और पानी बाहर निकलने की संभावना बढ़ जाती है। वही ये लाइने ग्रिप का काम भी करती है।
जब हम बोतल को पकड़ते है तो वह हाथ से छूट नहीं पाती है। इसलिए पानी की बोतलों में लाइने बनाई जाती है।