भारत में नई नशाखोरी, कंडोम उबालकर किया जा रहा नशा, पढ़िए पूरी खबर

intoxicated with condoms : देश के कई शहरों में नशाखोरी अपनी चरम पर है। आए दिन गांजा, चरस, अफीम, ड्रग्स जैसे नशीले पदार्थो का युवा सेवन कर रहे है। इसी बीच एक और नए नशे का पता चला है। मामला पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से सामने आया है। यहां युवा नशे के लिए कंडोम इस्तेमाल कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि हालात ऐसे बन गए है कि कोंडम की नशाखोरी से दुकानों पर कंडोम की कमी हो चुकी है। युवा नशे के लिए फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कंडोम को उबालकर नशा
बताया जा रहा है कि युवा इन कंडोम का इस्तेमाल उबालकर भाप लेने के लिए कर रहे हैं। युवा नशे की जगह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। नेशनल लाइब्रेरी मेडिसिन की एक रिसर्च के अनुसार कंडोम में ऐरोमैटिक कंपाउंड होते हैं। उबालते वक्त ये पिघलते हैं और अल्कोहल बनाते हैं। किसी को भी इसकी लत बड़ी आसानी से लग सकती है। रिपोर्ट के अनुसार अगर कंडोम को देर तक खौलते पानी में रखा जाए तो इसमें मौजूद ऐरोमैटिक कंपाउंड टूटकर पानी में मिल जाते हैं और यह पानी एक तरह का नशीला पदार्थ बन जाता है। बताया जा रहा है कि युवा इसी पानी की भाप ले रहे हैं। दावा यह भी किया जा रहा है कि युवा इस पानी को पी भी रहे हैं।
क्या कहते है डॉक्टर
इस मामले में देश के जाने माने मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत त्रिवेदी का कहना है कि हम पहले भी ग्लू,आयोडेक्स और शू पॉलिश जैसे विचित्र पदार्थों का नशे की लत के रूप में उपयोग देख चुके हैं। ऐसे लोगों में कई बार नोवेल्टी सीकिंग पाई जाती है और कुछ नए करके नशा करके ज़्यादा किक (हाई) का अनुभव करते हैं। लेकिन ये बेहद चिंताजनक ही सकता है ,भारी शारीरिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। नशे को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत है।
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