Tirupati Laddu Controversy: आप घर पर भी बना सकते हैं तिरुपति बालाजी के प्रसाद जैसे लड्डू, जानें प्रसादम की पूरी रेसिपी
Tirupati Laddu Controversy: भारत के विश्व प्रसिद्द तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर विवाद चल रहा है। जानकारी के मुताबिक मंदिर के प्रसाद के लड्डू में पशु चर्बी का इस्तेमाल होने का आरोप लगाया गया था।
Tirupati Laddu Controversy: भारत के विश्व प्रसिद्द तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर विवाद चल रहा है। जानकारी के मुताबिक मंदिर के प्रसाद के लड्डू में पशु चर्बी का इस्तेमाल होने का आरोप लगाया गया था।
यह भी बताया गया कि लड्डू (Tirupati Laddu Controversy) की सामग्री में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलायी गयी है। सभी के मन में हमेशा से ही यह सवाल रहता था कि आखिर मंदिर में ये लड्डू कैसे तैयार होते हैं।
जिसके बाद से ही हर व्यक्ति के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर (tirupati laddu case) मंदिर में कैसे बनते हैं प्रसाद के लड्डू ? आज हम आपको इस लड्डू को घर पर बनाने की आसान रेसिपी और सटीक रेसिपी बताएंगे।
कैसे बनता है प्रसाद ?
तिरुपति बालाजी मंदिर प्रसाद के लिए अब तक लड्डू बनाने की प्रक्रिया 6 बार (tirupati laddu controversy) बदली जा चुकी है। वर्तमान में लड्डू बेसन, चीनी, काजू, इलायची, घी, मिश्री और किशमिश से बनाए जाते हैं।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, लड्डू बनाने के लिए प्रतिदिन 10 टन बेसन, 10 टन चीनी, 700 किलो काजू, 150 किलो इलायची, 300-400 लीटर घी, 500 किलो मिश्री और 540 किलो किशमिश का उपयोग होता है।
पहले घी में बूंदी तैयार की जाती है, फिर इसमें मेवे, गुड़ का सीरा (tirupati laddu news) और ड्राई फ्रूट मिलाकर लड्डू बनाए जाते हैं।
अगर आप भगवान को चढ़ाए जाने वाले देसी घी के लड्डू घर पर बनाना चाहते हैं, तो बेसन के लड्डू एक बेहतरीन विकल्प हैं। मंदिर जैसा स्वाद पाने के लिए ड्राई फ्रूट्स की मात्रा थोड़ी अधिक रखें।
सबसे पहले, एक मोटे तले की कड़ाही में धीमी आंच पर घी गर्म करें।
घी पिघलने पर बेसन डालें और इसे अच्छी तरह मिलाएं। बेसन को 12-15 मिनट तक धीमी आंच पर भूनें, जब तक इसका रंग हल्का भूरा न हो जाए और भीनी खुशबू न आने लगे।
काजू और बादाम काटकर बेसन में डालें और अच्छी तरह मिक्स करें। फिर थोड़ा पानी छिड़कें, जिससे बेसन दानेदार हो जाए।
पानी सूखने तक बेसन को भूनें, फिर गैस बंद कर दें और बेसन को थाली में निकालें।
जब बेसन हल्का गर्म रह जाए, तब उसमें चीनी का बूरा और इलायची पाउडर मिलाएं।
मिश्रण को दोनों हाथों से दबाकर लड्डू बनाएं और हर लड्डू पर पिस्ता की कतरन चिपकाएं।
क्या है फेमस लड्डू का इतिहास ?
प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले इस लड्डू, जिसे पनयारम भी कहा जाता है, का इतिहास बहुत पुराना है। इसकी विशेषता यह है कि यह कई दिनों तक खराब नहीं होता।
इसकी कीमत भी श्रद्धालुओं की पहुंच में होती है, जिससे यहां आने वाला हर भक्त इसे लेना चाहता है। तिरुपति बालाजी में भगवान को चढ़ाए जाने वाले लड्डू हमेशा ताजे होते हैं। हर दिन करीब आठ लाख लड्डू तैयार किए जाते हैं।
इन लड्डुओं को बनाने के लिए मंदिर परिसर में एक विशेष स्थान निर्धारित है, और उन्हें तैयार करने वाले रसोइये भी विशिष्ट होते हैं। लड्डू बनाने की रसोईयां, जिन्हें ‘पोटू’ कहा जाता है, गुप्त रखी जाती हैं।
यहां के कारीगर आज भी लड्डू बनाने का 300 साल पुराना पारंपरिक तरीका ही अपनाते हैं। रसोई की साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जाता है, और वहां 600 से ज्यादा लोग काम करते हैं।
पत्रकारिता में सफर की शुरुआत 2023 से की। कंटेंट राइटर के तौर पर ब्रेकिंग न्यूज वाला, न्यूज 24 टाइम्स में काम किया है। पाठकों तक बेहतर खबरें पहुंचाने की कोशिश करती हूं। टेक्नोलॉजी, लाइफस्टाइल और खानपान की खबरें लिखने में खास रुचि है। हमेशा कुछ नया करने, सीखने और जानने को आतुर रहती हूं।