नोएडा। यमुना विकास प्राधिकरण द्वारा यमुना एक्सप्रेस- वे पर वाहनों की गति सीमा कम करने के बावजूद वाहन चालक उसका पालन नहीं कर रहे हैं। दो दिन के अंदर चार हजार से ज्यादा वाहन चालकों ने नियमों का उल्लंघन किया है। आधिकारिक आंकड़े से यह जानकारी मिली। यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्रबंधन ने यातायात पुलिस को नियम उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का आंकड़ा भेजा है।
सर्दियों में कोहरे की वजह से हादसों पर अंकुश लगाने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से वाहनों की गति सीमा कम कर दी है। हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटे से कम करके 80 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी गई है, जबकि भारी वाहनों की अधिकतम गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी गई है।
करीब 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) समेत कानपुर, लखनऊ, पूर्वांचल, बिहार और कोलकाता तक यात्रा करने वाले हजारों लोग करते हैं। यह एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा, जेवर, वृंदावन, मथुरा और आगरा के शहरों को जोड़ता है। यमुना एक्सप्रेसवे टोल के प्रबंधक जेके शर्मा ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर लगे कैमरों के जरिए वाहन चालकों द्वारा नियमों के उल्लंघन की जानकारी मिली है।
उन्होंने बताया कि जो वाहन चालक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तथा ज्यादा रफ्तार में वाहन दौड़ा रहे हैं, उनकी जानकारी यातायात पुलिस को लगातार दी जा रही है। उन्होंने बताया कि दो दिनों में करीब चार हजार वाहन चालकों ने गति सीमा का उल्लंघन किया है। उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से वाहन चालकों को गति सीमा का पालन करने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है।