Delhi Yamuna Water Level: यमुना नदी एक बार फिर उफनती दिखाई दे रही है। शनिवार से ही यमुना के जलस्तर में फिर से बढ़ोतरी होने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो रविवार को भी जारी रहा और रात 8 बजे तक यमुना का जलस्तर बढ़कर 206.39 मीटर तक पहुंच गया था।
हालांकि, हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा में दोपहर बाद से शाम तक लगातार काफी कमी आई, लेकिन शनिवार की रात से लेकर रविवार की सुबह तक जो पानी छोड़ा गया था, वो सोमवार तक दिल्ली पहुंचेगा। इसकी वजह से आज
यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़कर 207 मीटर के पार जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो निचले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा। इसे देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट पर है।
हुसैनीवाला से पाकिस्तान की तरफ छोड़ा गया पानी
पंजाब में घग्गर नदी का पानी घरों में घुस गया है। पटियाला में कई गांव और खेत डूबे हुए हैं। आनंदपुर साहिब के गांव हरीवाल में धुस्सी तटबंध टूट गया है। सतलुज के बढ़ते जलस्तर के चलते फिरोजपुर के हुसैनीवाला से नदी का पानी पाकिस्तान की तरफ छोड़ा गया।
शाह ने ली हालात की जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात कर बाढ़ व बारिश के हालात की जानकारी ली। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
बाढ़ रोकने की तैयारियां तेज सभी विभाग हाईअलर्ट पर
दिल्ली सरकार ने यमुना में रविवार को फिर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने और लगातार बढ़ोतरी के मद्देनजर बाढ़ रोकने की तैयारियां तेज कर दी हैं। सभी विभागों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि
विभिन्न विभागों की 60 टीमें अलग-अलग हिस्सों में तैनात की गईं हैं। टीमें यमुना की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से दो लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। इस कारण यमुना में सोमवार को जलस्तर और बढ़ जाएगा।
जिन जगहों से पानी यमुना से बाहर निकलकर पहले सड़कों पर आ गया था, उन सभी जगहों की पूरी तरह से निगरानी की जा रही है। दीवार बनाकर और अन्य व्यवस्थाओं से सड़कों पर पानी आने से रोकने की तैयारी की गई है। यमुना के समीप वाले निचले क्षेत्रों में रहने वाले
सभी लोगों को बाहर निकालकर राहत शिविरों में भेजने के अलावा मुनादी भी की जा रही है। लोगों को खानपान सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। दो डॉक्टरों और उनके साथ कुछ स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है, जो लगातार लोगों की देखरेख में लगे हुए हैं। जब
तक पानी पूरी तरह से हट नहीं जाएगा, लोगों को शिविरों में ही रहना होगा।
यमुना में गिरने वाले 17 नाले बंद किए
जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने पर यमुना में गिरने वाले सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के 17 नाले 11 दिन बाद फिर बंद कर दिए गए हैं। इस कारण रिहायशी इलाकों के नाले-नालियां और सीवर ओवरफ्लो हो सकते हैं।
यमुना में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद नालों को बंद करने का नियम है। पीडब्ल्यूडी व एमसीडी के करीब पांच हजार छोटे-बड़े नाले हैं और जल बोर्ड ने सभी इलाकों में सीवर लाइन डाल रखी है। इनका पानी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के बंद किए गए
17 नालों से यमुना में पहुंचता है। इस कारण बारिश होने पर अधिकांश रिहायशी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो जाएंगे।
कुछ इलाकों में बारिश ने दिलाई उमस से राहत
कुछ इलाकों में रविवार को हुई बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। दिनभर सूरज व बादलों की लुकाछिपी का खेल चलता रहा। वहीं, रविवार को अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य तापमान से तीन डिग्री ज्यादा
रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री से अधिक 29.4 दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 61 से 85 प्रतिशत रहा।
प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार रविवार को सर्वाधिक अधिकतम तापमान नजफगढ़ में 37.7 व न्यूनतम तापमान 32.2 रहा। सबसे कम तापमान 25 डिग्री रिज का दर्ज किया गया। इसी तरह पालम का न्यूनतम तापमान 30 डिग्री, पीतमपुरा का 32.2 डिग्री, पूसा का 31.2
डिग्री, सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का 31.7 डिग्री रहा।
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