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नई दिल्ली। अमेजन के फांउडर जेफ बेजोस को पिछे छोड़कर टेस्ला और स्पेसएक्स के फांउडर एलन मस्क (Elon Musk) अब दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के मुताबिक अमेरिका में कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक अब पैसों के मामले में 195 बिलियन डॉलर के साथ पहले नंबर पर हैं। वहीं दूसरे नंबर पर अमेजन फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff bezos) 158 बिलियन डॉलर के साथ पहुंच गए हैं। जेफ इससे पहले 2017 से ही पहले नंबर पर थे।
कौन है एलन मस्क
एलन मस्क दुनिया के दिग्गज बिजनेसमैनों में से एक हैं। उनका जन्म 28 जून 1971 को साउथ अफ्रीका में हुआ था। लेकिन उनके पास अमेरिका और कनाडा की भी नागरिकता है। मस्क दिग्गज व्यापारी, इंजीनियर, निवेशक और आविष्कारक हैं। एलन स्पेसएक्स (SpaceX) के संस्थापक, सीईओ और मुख्य डिजाइनर हैं। इसके साथ ही वे टेस्ला के सह-संस्थापक, सीईओ और डिजाइनर है्ं। इन दो प्रमुख कंपनियों के संस्थापक के साथ ही वे आपनएआई के सीईओ, न्यूरालिंक के संस्थापक, बोरिंग कंपनी के संस्थापक, सोलरसिटी के सह-संस्थापक, जिप-2 के सह-संस्थापक और एक्स डॉट कॉम के संस्थापक हैं। हालांकि एक्स डॉट कॉम को वर्तमान में कॉन्फिनिटी के साथ विलय कर दिया गया है और अब इसका नाम है पेपैल।
कैसे बने सबसे अमीर शख्स
दरअसल, एलन मस्क की कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला (Tesla) के शेयर में गुरूवार को एकाएक 4.8 फीसद की उछाल दर्ज की गई। जिसके बाद उनकी नेट वर्थ 195 बिलियन डॉलर पहुंच गई। जो अमेजोन के फांउडर जेफ बेजोस की कुल संपत्ति से 100 बिलियन डॉलर ज्यादा है। इसी उछाल के कारण एलन, जेफ बेजोस को पिछाड़ते हुए दुनिया के सबस अमीर आदमी बन गए।
छोटी उम्र में ही उन्होंने एक गेम को डेवलप कर दिया था
साउथ अफ्रिका के प्रिटोरिया में जन्में एलन मस्क के पिताजी इंजिनियर थे और उनकी मां एक मॉडल थी। जब एलन 9 साल के थे इनके माता-पिता ने तलाक ले लिया था। उसके बाद एलन अपने पिता के साथ रहने लगे। एलन भाई बहन से सबसे बड़े हैं और इनसे छोटे एक भाई और एक बहन हैं। तलाक के बाद पिता इनलोगों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया करते थे। लेकिन एलन बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थे। उन्होंने 10 साल की उम्र में ही ऐसी किताबो को पढ़ लिया था जो कॉलेज के स्टूडेंट भी नहीं पढ़ते हैं। इसी का नतीजा था कि उन्होंने 12 साल की उम्र में ही घर पर रखे कंप्यूटर की सहायता से प्रोग्रामिंग को सीखकर लास्ट आर के नाम से एक गेम को डेवलप कर दिया था।
कई दिनों तक रहे थे कोमा में
इस विडियो गेम को बेसिक लैंग्वेज में बनाया गया था। इस कारण से इसे एक कंपनी 500 डॉलर में खरीद लिया। इन पैसों से एलन मस्क ने एक स्कूल में एडमिशन लिया। लेकिन स्कूल में उन्हें कुछ बच्चों ने तंग करना शुरू कर दिया। उन्हें इतना मारा की वो एक बार बेहोश हो गए। जिसके बाद उन बदमाश बच्चों ने एलन को स्कूल की सीढियों से नीचे फेंक दिया गया। स्कूल प्रसाशन ने उन्हें किसी तरह हॉस्पिटल तक पहुंचाया जहां वे कई दिनों तक कोमा में रहे। उन्होंने जैसे तैसे कर के साउथ अफ्रिका में अपनी हाई स्कूल तक की पढाई पूरी की। जिसके बाद वे 1988 में कनाडा चले गए।
1999 में बने थे करोड़पति
कनाडा जाने के बाद उन्होंने कई छोटे मोट काम किए, लेकिन 1995 में उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर ज़िप-2 नाम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी खोली और उसे 4 साल चलाने के बाद 1999 में बेच दिया। इस डील ने उन्हें करोड़पति बनया और तब से लेकर अब तक एलन मस्क ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।