बरसाना में विश्व प्रसिद्ध लठ्ठमार होली का आयोजन किया जा रहा है..नंद गांव के ग्वाले बरसाना होली खेलने के लिए पहुंचे. बरसाना की सखियों ने ग्वालों का स्वागत किया और होली की बधाई दी…बृज में लट्ठमार होली की परंपरा बेहद प्राचीन है. बरसाना को इसका केंद्र माना जाता है…बरसाने की लट्ठमार होली के विश्वप्रसिद्ध होने की वजह है इसका परंपरागत स्वरूप. बरसाने की लठमार होली के बारे में कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण एक दिन राधा से मिलने के लिए बरसाना गए थे. वहां पहुंचकर राधा और उनकी सखी-सहेलियों को चिढ़ाने लगे. इससे राधा रानी और सखियां नाराज हो गईं. फिर सबने मिलकर भगवान कृष्ण और वहां मौजूद ग्वालों को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया. तभी से नंदगांव और बरसाना में लठमार होली की शुरुआत हुई. यह परंपरा लट्ठमार होली राधा और कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है….।