World Cancer Day 2024: भारत में कैंसर के केस हर साल बढते जा रहे हैं। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। शरीर में मौजूद सेल्स के अनियंत्रित तरीके से बढ़ने की वजह से ये बीमारी होती है।
भारत में लंग्स कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के मामले हर साल बढ़ते जा रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, खानपान की गलत आदतें और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल इस बीमारी के फैलने का बड़ा कारण है। इस वजह से ही कम उम्र में भी लोगों को अब ये बीमारी हो रही है।
कैंसर और इसके प्रकार
कैंसर विश्वभर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। शरीर के किसी हिस्से में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि और इसका अनियंत्रित रूप से विभाजन कैंसर का कारक हो सकती है।
आनुवांशिकता, पर्यावरणीय, लाइफस्टाइल में गड़बड़ी, रसायनों के अधिक संपर्क के कारण कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है।
महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर जबकि पुरुषों में फेफड़े-प्रोस्टेट और कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता रहा है।
कैंसर के लक्षणों की करें पहचान
कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि यह शरीर के किस हिस्से में विकसित हो रहा है। मुख्य रूप से कैंसर के कारण थकान, अस्पष्टीकृत वजन कम होने की समस्या, त्वचा में परिवर्तन जैसे त्वचा का पीला या काला पड़ना, निगलने में कठिनाई, अस्पष्टीकृत रक्तस्राव की समस्या कैंसर का संकेत हो सकती है।
अगर आपके शरीर में कहीं भी असामान्य तरीके से गांठ महसूस हो रही है तो इसकी समय रहते जांच जरूर कराएं।
महिलाओं में होने वाले प्रमुख कैंसर
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर में सेल्स नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। जब कैंसर किसी महिला के प्रजनन अंगों यानी रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में शुरू होता है, तो इसे स्त्री रोग संबंधी कैंसर यानी गाइनेकोलॉजिक कैंसर कहा जाता है।
गाइनेकोलॉजिक कैंसर के पांच मुख्य प्रकार हैं:- सर्वाइकल, ओवेरियन, गर्भाशय, वेजाइनल और वल्वा कैंसर शामिल है। महिलाओं में होने वाला कैंसर का छठा प्रकार बहुत ही दुर्लभ फैलोपियन ट्यूब कैंसर है। इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर भी इस गंभीर बीमारी का एक ऐसा प्रकार हैं, जो ज्यादातर महिलाओं को प्रभावित करता है।
सर्वाइकल कैंसर
ओवेरियन कैंसर
गर्भाशय कैंसर
वेजाइनल कैंसर
वल्वा कैंसर
पुरूषों में होने वाले प्रमुख कैंसर
भारतीय पुरुष बड़े पैमाने पर फेफड़े या मुंह के कैंसर से पीड़ित होते हैं। दोनों तरह के कैंसर धूम्रपान और तंबाकू खाने से संबंधित हैं जो अधिक खतरनाक हैं।
प्रोस्टेट कैंसर हर साल लाखों पुरुषों को अपना शिकार बनाती है। यह पुरुषों में दुनिया में दूसरा सबसे आम कैंसर है और कुल मिलाकर चौथा सबसे आम कैंसर है। अनुमान है कि अकेले 2020 में दुनिया भर में प्रोस्टेट कैंसर के 1.41 मिलियन नए मामले सामने आए।
ऐसे करें कैंसर से बचाव
इन कैंसर से अपना बचाव करने के तरीकों के बारे में बताते हुए डॉक्टर कहते हैं कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और समय पर होने वाली जांच इससे बचाने में अहम भूमिका निभाती हैं। नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना इन कैंसर के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। ऐसे में खुद को और अपने करीबियों को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों का खास ख्याल रखें और इस गंभीर बीमारी को रोकने में योगदान करें।
कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार हैं ये फूड्स
मशरूम
मशरूम एक रिच एंटी-इंफ्लामेटरी फूड है। यह ट्यूमर को बने रहने के लिए ईंधन उपलब्ध नहीं कराता है। सूजन को कम करने और एंटीऑक्सीडेंट की संख्या में सुधार करने से ठीक होने, रिकवरी और कैंसर या अन्य सूजन की स्थिति को दोबारा न आने में मदद मिल सकती है।
कीवी
विटामिन-सी से भरपूर कीवी डीएनए की मरम्मत में एक बड़ी भूमिका निभाता है, जो इसे कीमोथेरेपी और रेडिएशन के दौरान एक ज़रूरी फूड बनाता है।
हरी सब्जियां
हरी सब्जियां कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने का काम कर सकती हैं, और ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं।
दालें
दालें प्रोटीन का अच्छा सोर्स मानी जाती हैं। इनमें प्रोटीन के अलावा फाइबर और फोलेट के गुण भी पाए जाते हैं, जो पैनक्रियाज़ के कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन-टी में ईजीसीजी नामक एक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो मुक्त कणों से लड़ने और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
कैसे लोगों में कैंसर का खतरा अधिक
कैंसर, कोशिकाओं के भीतर डीएनए में उत्परिवर्तन के कारण होता है, इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं।
जीवनशैली की कुछ गड़बड़ आदतें जैसे धूम्रपान-शराब का सेवन, सूरज के अत्यधिक संपर्क में रहना, मोटापा और असुरक्षित यौन संबंध कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले हो सकते हैं। आनुवांशिकी भी कैंसर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। जिन लोगों के परिवार में पहले से किसी को कैंसर रह चुका है, उनमें कैंसर होने का खतरा अधिक हो सकता है।
कैंसर का उपचार और इलाज
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, समय पर अगर कैंसर का निदान हो जाए तो इसका उपचार और रोगी की जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर के कई उपचार उपलब्ध हैं। कैंसर का प्रकार और अवस्था जैसी स्थितियों के आधार पर दवाओं, थेरेपी, सर्जरी के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है।
डॉक्टर कहते हैं, सभी लोगों को कैंसर से बचाव को लेकर लगातार सावधानी बरतते रहना चाहिए। लाइफस्टाइल और आहार को पौष्टिक रखने के साथ शराब-धूम्रपान को छोड़कर कैंसर के खतरे से बचाव किया जा सकता है।
नोट: उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।