World Breastfeeding Week 2023: अगस्त के पहले सप्ताह में जहां पर ‘वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक’ (World Breastfeeding Week 2023) मनाया जाता है वहीं पर इस दौरान नई मांओं को नवजात बच्चे को स्तनपान कराने के लिए जागरूक भी किया जाता है। यहां पर मां और शिशु के लिए यह अभियान फायदेमंद माना जाता है।
जानिए साल 2023 की थीम
आपको बताते चलें, ‘वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक’ ‘ (World Breastfeeding Week 2023) एक तरह से ग्लोबल ब्रेस्टफीडिंग कैंपेन है जिसका उद्देश्य पूरी दुनिया को ब्रेस्टफीडिंग एक बच्चे और मां के लिए कितना जरूरी है उसे लेकर जागरूकता फैलाना है। इस अभियान में यह बताया जाता है कि,एक शिशु के ऑलओवर ग्रोथ के लिए ब्रेस्टफीडिंग जरूरी होता है।
इस साल 2023 के थीम की बात की जाए तो, इस साल की थीम है आइए स्तनपान कराएं और काम करें… काम करें। इतना ही नहीं इस साल नई मांओं के लिए गाइडलाइन्स भी जारी की गई है जो जान लेना जरूरी है।
1- 6 महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही देना है, पानी तक नहीं देना है।
2-जन्म के एक घंटे के अंदर अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग करवाएं।
3-6 महीने के बाद से घर का बना सिरल्स बच्चे को खिला सकते हैं, करीबन 2 साल तक बच्चे को स्तनपान कराया जा सकता है।
स्तनपान के बिना कुपोषण का होते शिकार
आपको बताते चलें, यहां पर एक शिशु के लिए मां का दूध जितना जरूरी होता है इसके पान से बच्चे का कई बीमारियों से बचाव होता है इसे लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी नई मांओं को सलाह देते है। ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’के आंकड़ों की मानें तो, हर साल 27 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं, तो कई मासूम बीमारियों से पीड़ित होते है।
इतना ही नहीं मां का दूध (Breastmilk) बच्चे का पहला आहार होता है और यह बच्चे को कई बीमारियों से सुरक्षित रखता है, वहीं पर मां के दूध के सेवन से बच्चे के शारीरिक, मानसिक विकास और बुद्धिमत्ता में इजाफा होता है।
जानें क्या होते है स्तनपान के फायदे और नुकसान
नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृतपान होता है वहीं पर इसके कई फायदे तो कई महिलाओं को नुकसान भी होते है आइए जानते है-
फायदे
1- 6 महीने से ज्यादा जो बच्चे अपनी मां का दूध लंबे समय तक करते है उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है इतना ही नहीं वह हर तरह की बीमारी से आसानी से लड़ने में कामयाब होते हैं।
2-स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पीरियड्स होने के चांसेस कम रहते हैं, वहीं पर इस दौरान उन्हें पीरियड्स से भी ब्रेक मिल जाता है। सरल शब्दों में कहा जाता है कि ओवुलेशन नहीं होता है।
3-दिल के खतरे और मधुमेह की बीमारी से बचने के लिए स्तनपान बच्चे के लिए जरूरी होता है।
नुकसान
1- नई मांओं में अक्सर पहले बार होने पर अजीब लग सकता है यहां पर ब्रेस्ट मिल्क पंप करने से भी कुछ महिलाओं को ठीक नहीं लग सकता है।
2-नई मांओं में डिलीवरी के शुरुआती सप्ताह में ब्रेस्टफीडिंग करवाने में काफी दर्द महसूस होता है।
3-स्तनपान के दौरान कई महिलाओं में ब्रेस्ट में इंफेक्शन होने का खतरा भी ज्यादा बना रहता है।
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नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।