हाइलाइट्स
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मध्यप्रदेश में नहीं हटेंगे स्वयं सहायता समूह
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महिला एवं बाल विकास मंत्री का आश्वासन
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पेटलावद में महिलाओं ने किया था विरोध
MP News: मध्यप्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों को नहीं हटाया जाएगा। महिलाओं से काम नहीं छीना जाएगा। मध्यप्रदेश (MP News) में काम छिनने की सुगबुगाहटों के बीच झाबुआ के पेटलावद में महिलाओं ने प्रदर्शन किया था। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने आश्वासन दिया है कि किसी भी समूह को हटाया नहीं जाएगा। मंत्री भूरिया ने कहा कि ये विभाग उनके अधीन है। वे किसी का भी बुरा नहीं होने देंगी।
आदेश वापस लेने की मांग
महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया एक वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। इसी दौरान महिला समूह संगठनों ने इकट्ठा होकर उन्हें ज्ञापन दिया था। इसमें मांग की गई थी महिला एवं बाल विकास विभाग के उस आदेश को वापस लिया जाए जिसमें स्वयं सहायता समूहों को हटाकर सहायिकाओं को खाना बनाने का आदेश दिया गया था।
मंत्री निर्मला भूरिया का आश्वासन
महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि किसी भी समूह को हटाया नहीं जाएगा। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार के बहकावे में न आएं। निश्चिंत रहें कि कोई भी महिला बेरोजगार नहीं होगी। इस मुद्दे पर अभी मंथन चल रहा है और कोई भी फैसला महिलाओं के हितों के खिलाफ नहीं होगा।
महिला समूह संघ ने जताया आभार
महिला समूह संघ ने मंत्री निर्मला भूरिया के आश्वासन का स्वागत किया और उनके समर्थन के लिए आभार जताया। संघ का कहना है कि मंत्री निर्मला का बयान महिलाओं के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित हुआ है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि सरकार उनके साथ है। ये बयान महिला समूहों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में सामने आया है। ये स्पष्ट है कि सरकार महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और कोई भी निर्णय उनकी बेहतरी के लिए ही लिया जाएगा।
महिला समूहों को पॉजिटिव संदेश
महिला एवं बाल विकास मंत्री के आश्वासन से महिला समूहों के बीच एक सकारात्मक संदेश पहुंचा है। ये उन्हें विश्वास दिलाता है कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है।
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किस आदेश पर हुआ विरोध प्रदर्शन
महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि प्रदेश के स्कूलों में मिड-डे मील बनाने वाली स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और रसोइयों की जगह सहायिकाओं से खाना बनवाने की व्यवस्था लागू की जाए। इसके बाद स्वयं सहायका समूह काम छिनने के डर से सड़कों पर उतर आईं। उन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने नए आदेश को वापस लेकर पुरानी व्यवस्था ही लागू रहने देने की मांग की।