Corona Curfew: कोरोना कर्फ्यू के कारण काम हुआ बंद तो ऑटोचालक ने गला काटकर की आत्महत्या…

उज्जैन। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया हुआ है। कोरोना कर्फ्यू के कारण रोजाना कमाकर खाने वालों का काम-धंधा बंद पड़ा है। इससे कई लोगों की जीवनचर्या प्रभावित हो रही है। कोरोना काल में लाखों लोगों का काम बंद पड़ा है। उज्जैन में एक ऑटोचालक ने खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली। ऑटोचालक ने पिछले दिनों कर्ज लेकर घर बनवाया था। इस घर में दरारें पड़ गईं थीं। वहीं उसकी पत्नी भी कोरोना संक्रमित हो गई थी। उज्जैन शहर के नागझिरी थाना क्षेत्र के रिद्धि सिद्धि विहार कॉलोनी में रहने वाले वसंत राणावत ने खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली।
राणावत ने रेडियम कटर से पहले अपने दोनों हाथ काटे और इसके बाद अपने गले पर वार करके अपनी जान दे दी। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच गई है। घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है। मृतक के परिवार वालों ने मीडिया को दी जानकारी के अनुसार राणावत कई दिनों से बेरोजगारी और 22 लाख रुपए में ख़रीदे गए नए मकान में आयी दरार को लेकर काफी तनाव में रहता था। सोमवार को बसंत ने खाना खाया और लोगों से बात की। इसके बाद वह टहलने गया और आकर कमरे में सोने चला गया। थोड़े देर बाद जब कमरे से कोई आवाज नहीं आई तो घरवालों ने उसका दरवाजा खटखटाया। जब जवाब नहीं मिला तो दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो उसका शरीर खून से लथपथ हालत में मिला।
मामले की जांच में जुटी पुलिस…
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि प्रदेश में रोजाना हजारों नए मामले के बाद कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद से ही लाखों लोगों का काम-धंधा बंद पड़ा है। इससे कई लोगों के सामने आजीविका का संकट भी आ गया है। इसी को लेकर बसंत भी तनाव में रहता था। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 26 दिनों में पहली बार 10 हजार से कम कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 9,715 नए मरीज सामने आए हैं। इससे पहले 13 अप्रैल को 9,720 संक्रमित मरीज मिले थे। 13 अप्रैल के बाद से प्रदेश में रोजाना 10 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे थे। अब प्रदेश में 1 लाख 11 हजार 223 कोरोना एक्टिव केस हो गए हैं। पूरे देश में एक्टिव मामलों में मप्र 15वें नंबर पर बना हुआ है। वहीं संक्रमण की दर भी 16 प्रतिशत पहुंच गई है। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या 6501 हो गई है। इसमें 9 मई को मरने वाले 86 मरीज भी शामिल हैं।