WORLD:पेड़ से पानी निकलता देखकर आप चौंक गए होंगे लेकिन ये बिल्कुल सच है।दरअसल ये पेड़ यूरोपीय देश मोंटेनेग्रो देश की राजधानी पोडगोरसिया से पांच किमी दूर डाइनोसा नाम की जगह पर एक शहतूत का पेड़ है। इस पेड़ की ऊंचाई 1.5 मीटर है। यूरो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बताया कि ये दुनिया का एक अजूबा पेड़ है। इसके जैसा पेड़ पूरी दुनिया में नहीं है।word tremendous tree
ठंडियों में गिरता है पानी
रिपोर्ट के मुताबिक हर साल सर्दियां खत्म होते ही, इस पेड़ से पानी झरने की तरह गिरने लगता है। दरअसल इस शहतूत के पेड़ से पानी ऐसे निकलता है, जैसे किसी झरने में से निकल रहा है। इस इलाके में बहुत से पेड़ हैं लेकिन ऐसी घटना सिर्फ और सिर्फ उसी 150 साल पुराने शहतूत के पेड़ पर देखने को मिली है। आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?word tremendous tree
जड़े खींचती हैं पानी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये पेड़ की जड़ के नीचे पानी का स्रोत, जो बिल्कुल उसकी जड़ से जुड़ा है। सालों तक, पानी ने अपना रास्ता खोज रहा था और उसका रास्ता सीधे पेड़ के जरिए मिला है।बर्फ पिघलने या ज्यादा बारिश होने से जमीन का जलस्तर बढ़ जाता है। दबाव बढ़ने की वजह से पानी जड़ों से होता हुआ, खोखले तने में जमा हो जाता है। और फिर जहां से जगह मिलती है वहां से गिरने लगता है। इसके चलते ये पूरे इलाके में कौतुहल का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोग और पर्यटक इसे देखने दूर दूर से आ रहे हैं। ये पेड़ इसके चलते एकदम झरने के जैसे दिखाई देता है।word tremendous tree
ठंड में पानी खोखले पेड़ से चढ़ता है
एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल इस पेड़ से पानी गिरता है। ये सर्दियों के मौसम में ही गिरता है। पानी इस पेड़ के खाली तने से होते हुए ऊपर तक पहुंचता है। और ये नजारा काफी दुर्लभ है। लेकिन हैरानी की बात है कि ऐसा सिर्फ एक या दो दिन ही होता है। पूरे साल इस पेड़ से पानी नहीं निकलता है लेकिन जब भी होता है तो ये आकर्षण का केंद्र बन जाता है।word tremendous tree
भारत में भी घटी है घटना
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में भी देखने को मिली है। जहां स्थानीय लोगों ने पेड़ के तने पानी गिरते हुए देखा। इस असामान्य घटना को देखते हुए लोग उसे लेने के लिए जुट गए थे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में भी ऐसी ही एक घटना देखने को मिली। लेकिन ये दोनों घटनाएं मोंटेनेग्रो की तुलना में बिल्कुल अलग थी। इन दोनों में पानी झरने के जैसा नहीं बह रहा था।word tremendous tree