Two Thousand Note: क्या फिर से बंद हो जाएंगे दो हजार के नोट? दो साल से छपाई बंद, वित्त मंत्री ने दी यह अहम जानकारी…

pc- twitter (@offiakashgupta)
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद दो हजार का नया नोट बाजार में उतारा था। इस नोट को लेकर आए दिन चर्चाओं का बाजार गर्म बना रहता है। अब दो हजार का यह नोट बाजार से भी गायब हो रहा है। अब सरकार ने इस नोट के गायब होने के कारण खुलासा किया है। पिछले दो सालों से इस नोट की छपाई बंद है। सरकार ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी है। लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मार्च, 2018 को दो हजार रुपये के 3,362 मिलियन नोट प्रचलन में थे। 26 फरवरी, 2021 को 2499 मिलियन नोट चलन में थे। पिछले दो सालों से इन नोटों को नहीं छापा गया है।
2019 से बंद है छपाई
सरकार ने बताया कि अप्रैल 2019 से दो हजार का एक भी नोट नहीं छापा गया है। दरअसल, 2019-20 और 2020-21 के दौरान, दो हजार रुपए मूल्यवर्ग के नोटों की छपाई के लिए प्रेस के सामने कोई मांग पत्र नहीं रखा गया है। इसलिए इन नोटों की छपाई नहीं की गई है। इससे पहले आरबीआई ने 2019 में बताया था कि अप्रैल, 2016 से मार्च, 2017 के दौरान 2,000 रुपये के 3,542.991 मिलियन नोट प्रिंट किए गए थे। 2017-18 में केवल 111.507 मिलियन नोटों की प्रिंटिंग की गई। जो कि वर्ष 2018-19 में घटकर महज 46.690 मिलियन रह गई। यानी 2018-19 में दो हजार रुपये के 46.690 मिलियन नोटों की ही छपाई हुई है। सरकार की तरफ से इस नोट को बंद करने के कोई संकेत नहीं दिए गए हैं।
2016 में आया था दो हजार का नोट
बता दें कि मोदी सरकार ने 2016 में दो हजार का नोट बाजार में उतारा था। जब सरकार ने 500 और हजार रुपए के नोटों के चलन पर पाबंदी लगाई थी। इसके बाद इस नोट को बाजार में उतारा गया था। हालांकि बाद में सरकार ने 500 का भी नया नोट जारी किया था। वहीं 1000 रुपए का नोट दोबारा शुरू नहीं हो पाया था। दो हजार रुपये के नोट के साथ सरकार ने 10, 20, 50 और 100 रुपये के नए नोट भी बाजार में उतारे थे। वहीं दो हजार रुपए के नोटों की छपाई न होने पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ज्यादा कीमत वाले नोटों की जमाखोरी रोकने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। इस कदम से कालेधन पर भी लगाम लगाई जा रही है।