MP TET Paper : मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले के पेपर लीक मामले में आनंद राय को क्राइम ब्रांच ने आज दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की जानकारी आनंद राय ने खुद ट्वीट करके दी है। आनंद राय को एमपी पुलिस भोपाल लेकर आ रही है। आनंद राय ने अपनी गिरफ्तारी की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए अपने सभी कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों से भोपाल पहुंचने की अपील की है। आनंद राय वही है जिन्होंने व्यापम घोटाले को बेनकाब करने में अहम भूमिका निभाई थी। बीते दिनों आनंद राय द्वारा भेजा गया एमपी टीईटी के प्रश्नपत्र का स्क्रीन शॉट काफी वायरल हुआ था।
दरअसल, एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा ऑनलाइन ली गई मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता (वर्ग-3) परीक्षा बीते दिनों पहल समाप्त हो गई थी। इसमें प्रदेश भर से करीब करीब नौ लाख 37 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। लेकिन 25 मार्च का एक प्रशनपत्र का कम्प्यूटर स्क्रीन का स्क्रीन शाट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। जिसमें लक्ष्मण सिंह का नाम दिख रहा था। इसी स्क्रीन शॉट को सोशल मीडिया पर डॉ. आनंद राय और कांग्रेस के नेता के. के. मिश्रा ने पोस्ट किया था। स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी और बाद में पूरा मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया था। आपको बता दें कि इससे पहले कृषि विभाग की परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। जिसके बाद परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। इसी को लेकर अब शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराए जाने की मांग की जाने लगी है। खास तौर पर कांग्रेस ट्वीटर कर लगातार सरकार पर हमला बोल रही है। कांग्रेस ने शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त कर और मामले की जांच करने की मांग की है।
#मध्यप्रदेश मे वर्ग 3 शिक्षक भर्ती के लिए हो रही शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रश्न इस तरह Whatsapp पर आना परीक्षा की पारदर्शिता को खत्म करता है।
परीक्षा हॉल मे मोबाइल फोन allow नही वहां से बाहर फोटो कैसे आ सकते है..??@PEB_Bhopal इसकी जांच होना चाहिए..!!#MPTET@ChouhanShivraj pic.twitter.com/2MmSfPDPdH— || MP Yuva Shakti || (@MPYuvaShakti) March 26, 2022
व्यापमं पर फिर उठे सवाल
व्यापमं की ऑनलाइन परीक्षा का ठेका एजुक्विटी कैरियर टेक्नोलॉजी को दिया गया था। तो वही परीक्षा के परीक्षा केंन्द्र तैयार करने का जिम्मा साईं एजुकेयर कंपनी को दिया गया था। लेकिन पेपर लीक होने के बाद व्यापमं पर फिर सवाल उठने लगे है। क्योंकि जब भी कोई परीक्षा होती है तो परीक्षा केंन्द्रों पर जेमर लगाए जाते है, ताकी इंटरनेट गतिविधियां बंद हो जाएं। लेकिन इसके बाद भी पेपर व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल होता रहा।
क्या कहना है अधिकारियों का
मामले को लेकर दावा किया जा रहा है कि कंपनी के कर्मचारियों द्वारा पेपर लिक किया गया है। क्योंकि कंपनी के कर्मचारियों के पास सब कुछ था। फिलहाल मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए गए है। जांच होने के बाद परीक्षा निरस्त करने और दोबारा परीक्षा आयोजित कराने का फैसला लिया जाएगा। वही आइएएस आइसीपी केशरी ने एक ट्वीटर का रिप्लाई करते हुए लिखा है कि पूर्ण जांच की जा रह है।
इतनी गोपनीय होती है परीक्षा
पीईबी की ओर से मप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा आनलाइन आयोजित की गई थी। जिसमें अभ्यर्थियों को कंप्यूटर पर आनलाइन परीक्षा देनी होती है। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होते हैं। साथ ही जब भी अभ्यर्थी कंप्यूटर पर क्लिक करेगा, उतनी बार उसका स्क्रीन शॉट अपने आप कैप्चर हो जाएगा। वह स्क्रीन शॉट सिस्टम से मुख्य सर्वर में ले लिया जाता है और इन सभी स्क्रीन शॉट को पीईबी के पास भेजा जाता है। फिर उस एक-एक स्क्रीन शॉट को मैच किया जाता है। इस तरह से इस परीक्षा को गोपनीय रखा जाता है।