हाइलाट्स
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सातवें और अंतिम दौर का मतदान 1 जून को
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चुनाव आयोग परिणाम की घोषणा 4 जून को करेगा
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परिणाम के 4 दिन पहले यहां तस्वीर होगी क्लीयर
Lok Sabha Election 2024: आम चुनाव को लेकर छह चरणों का मतदान हो चुका है। सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग 1 जून को होना है।
इसके बाद चुनाव का रिजल्ट 4 जून को शाम तक आएगा। जिसमें पता चलेगा कि देश में किसी सरकार बनी।
हालांकि, इससे पहले यानी चुनाव के अंतिम दौर के मतदान की समाप्ति के बाद से पता लग जाएगा कि इस बार जीतकर मोदी (PM Narendra Modi) अपनी हैट्रिक पूरी करेंगे या
इंडिया गठबंधन को लम्बे समय बाद सत्ता पर काबिज होने का मौका मिलेगा।
543 लोकसभा सीटों में से 542 के आने हैं नतीजे
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं। जिसमें से 542 पर ही नतीजा आना है।
गुजरात की सूरत सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।
इन सब के बीच चुनाव के सातवें और अंतिम दौर का मतदान एक जून को है। जो प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक शाम छह बजे समाप्त हो जाएगा।
इसके तत्काल बाद से अलग-अलग मीडिया चैनलों और सर्वे एजेंसियां अपना-अपना एग्जिट पोल जारी करना शुरू कर देंगी।
जिसमें बताएंगी कि देश में किसी पार्टी की सरकार बन सकती है। किस पार्टी को कितनी सीटें मिलने की संभावना है।
यानी 4 जून को आने वाले नतीजों से पहले की नई सरकार की काफी कुछ तस्वीर साफ हो जाएगी।
ये एग्जिट पोल के नतीजे काफी हद तक बता देते हैं कि कौन दिल्ली की गद्दी पर बैठेगा।
आइए अब जानते हैं ये एग्जिट पोल क्या होता है? कैसे मतगणना से पहले ही ये सरकार बनने और बिगड़ने का दावा कर देते हैं?
इसका इतिहास क्या है? एग्जिट पोल और ओपियन पोल में क्या अंतर है?
एग्जिट पोल है क्या?
एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है। मतदान (Lok Sabha Election 2024) वाले दिन जब वोटर वोट देकर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो वहां अलग-अलग सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनल के लोग मौजूद रहते हैं।
वह अधिकतर वोटर्स से वोटिंग को लेकर सवाल पूछते हैं। आजकल इसको लाइव भी दिखाया जाता है।
उसमें अमूमन पहला सवाल यही रहता है किसे वोट दिया है? वोटिंग खत्म होने के बाद तक यह दौर चलता रहता है।
इससे बड़ी संख्या में आंकड़े एकत्र हो जाते हैं। इन आंकड़ों को जुटाकर और उनके उत्तर के हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि पब्लिक का मूड किस ओर है?
इसके बाद मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर ये निकाला जाता है कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं?
ये एनालिसिस टीवी चैनल और सर्वे एजेंसियां लगातार करने में जुटे रहते हैं। इसके बाद मतदान खत्म होने के बादसे इसका प्रसारण अपने-अपने चैनल और प्रसारण माध्यमों से किया जाता है
मौजूद दौर में एग्जिट पोल 1 जून को शाम को अंतिम दौर का मतदान खत्म होने के बाद से दिखाए जाएंगे।
कितने लोगों से करनी होती है चर्चा?
एग्जिट पोल कराने के लिए सर्वे एजेंसी या न्यूज चैनल का रिपोर्टर 30-35 हजार से लेकर एक लाख वोटर्स तक से बातचीत होती है।
इसमें क्षेत्रवार हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जाता है।
ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल में अंतर?
ओपिनियन पोल: एजेंसियां ओपिनियन पोल चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले कराती हैं और इसमें सभी लोगों को शामिल किया जाता है।
भले ही वो मतदाता है या नहीं। ओपिनियन पोल के नतीजे के लिए चुनावी दृष्टि से अलग-अलग क्षेत्रों के अहम मुद्दों पर जनता की नब्ज को टटोलने की कोशिश की जाती है।
इसके तहत हर क्षेत्र में यह जानने का प्रयास किया जाता है कि सरकार के प्रति जनता का क्या रुख है। जनता नाराज है या फिर उसके काम से संतुष्ट है।
एग्जिट पोल: एग्जिट पोल मतदान (Lok Sabha Election 2024) के तुरंत बाद कराया जाता है, जिसमें केवल मतदाताओं को ही शामिल किया जाता है।
एग्जिट पोल में वही लोग शामिल होते हैं, जो मतदान कर बाहर निकलते हैं।
एग्जिट पोल निर्णायक दौर में होता है। इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है।
एग्जिट पोल का प्रसारण मतदान के पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही किया जाता है।
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ये एजेंसी और चैनल कराते हैं सर्वे
भारत में आम तौर पर कुछ टीवी चैनल और एजेंसियां ओपियन पोल और एग्जिट पोल के लिए सर्वे कराते हैं। जिसमें से कुछ खास निम्न (Lok Sabha Election 2024) हैं-
- टुडे चाणक्य
- एबीपी-सी वोटर
- न्यूजएक्स-नेता
- रिपब्लिक-जन की बात
- सीएसडीएस
- न्यूज18-आईपीएसओएस
- इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया
- टाइम्स नाउ-सीएनएक्स
- सीएसडीएस