Chattisgarh Neta Pratipaksh: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा यह बड़ा सवाल है।
पार्टी के अन्दर अब सवाल उठ रहा है की “आखिर कौन होगा पार्टी का मुखिया” ?। साथ ही पार्टी में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में कांग्रेस के कई नाम सामने आ रहे हैं।
जिसमें छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं के साथ-साथ आदिवासी नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में शामिल है ये नाम
छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद कांग्रेस पार्टी में नेता प्रतिपक्ष को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है कि आखिर कौन होगा पार्टी का मुखिया?।
नेता प्रतिपक्ष की लिस्ट में कांग्रेस के कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत का नाम सबसे आगे है।
तो वहीं पूर्व मंत्री उमेश पटेल के नाम पर भी चर्चा होने की संभावना है . इनके अलावा आदिवासी नेताओं में कवासी लखमा की भी दावेदारी हो सकती है।
बता दें चुनाव में कांग्रेस के 35 विधायक जीते हैं। जिनमें से 14 विधायक पहली बार विधायक बने हैं। दूसरी बार विधायक बनने वाले 21 से ज्यादा नेता हैं। जिनमें कुछ ही विधायक सीनियर हैं।
ऐसे में पार्टी को एक ऐसे चेहरे की जरुरत होगी जो शुरुआत से ही सक्रिय हो क्योंकि आने वाले कुछ समय में 2024 के लोकसभा चुनाव होने हैं।जिसमें कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
नेताओं के इन अनुभवों पर होगी बात
बात करें भूपेश बघेल कि तो उनके पास मुख्यमंत्री होने के साथ सीनियरटी का भी अनुभव है। बताया जा रहा है कि भूपेश बघेल की एग्रेसिव छवि फ्रंड पर लड़ाई करने में मदद कर सकती है।
बघेल सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे महंत चरणदास महंत प्रदेश में पहले भी कई बड़ी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।
प्रदेश में जातिगत समीकरणों में उमेश पटेल फिट बैठते हैं. साथ ही उन्हें सदन का भी अच्छा अनुभव है। जिससे संभावना है कि कांग्रेस इन्हें नेता प्रतिपक्ष बना सकती है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की कोंटा विधानसभा से 1,981 वोटों से चुनाव जीतने वाले कवासी लखमा का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। कवासी लखमा सीनियर आदिवासी विधायक हैं।
अगर बीजेपी किसी आदिवासी नेता को सीएम बनाती है। तो उसे काउंटर करने के लिए जिम्मेदारी मिल सकती है।