मुंबई। Ajit Pawar: एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। सूत्रों ने बताया कि पटना में हाल में हुई विपक्ष की बैठक में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और उनके समर्थक खफा थे।
राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैस ने जहां अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई, वहीं राकांपा के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं। राजभवन में मौजूद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि अजित पवार ने निचले सदन में विपक्ष के नेता (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।
चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा
भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि राकांपा के 40 विधायकों (कुल 53 में से) ने राज्य सरकार का समर्थन किया है। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल प्रस्तावित है। यह राजनीतिक घटनाक्रम शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना (तब अविभाजित) के खिलाफ विद्रोह के एक साल बाद सामने हुआ है, जिसके कारण महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। शिंदे ने 30 जून, 2022 को मुख्यमंत्री पद और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष व पूर्व राज्य मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हिंदुत्व को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समर्थन दिया। आज अजित पवार के नेतृत्व वाला राकांपा का एक बड़ा धड़ा लोकतांत्रिक तरीके से शिंदे और फडणवीस सरकार में शामिल हो रहा है और मोदी जी को समर्थन दे रहा है। इससे पहले दिन में अजित पवार ने मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘देवगिरि’ में पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों के साथ बैठक की।
सुले बैठक से जल्द ही चली गईं
बैठक में राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले उपस्थित थीं। हालांकि, सुले बैठक से जल्द ही चली गईं। हालांकि, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने पुणे में कहा कि उन्हें बैठक की जानकारी नहीं है।वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ संबंध तोड़ लिए थे। बाद में, राजभवन में एक समारोह में फडणवीस और अजित पवार ने क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन उनकी सरकार केवल 80 घंटे तक चली।
इसके बाद ठाकरे ने एमवीए सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया। पिछले साल जून में, शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के कारण शिवसेना में विभाजन हो गया था और एमवीए सरकार गिर गई थी, जिसके बाद शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे।
महाराष्ट्र में 2019 के बाद से चार शपथग्रहण
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और उनके कई सहयोगियों के मंत्रियों के रूप में रविवार को शपथ लेने के साथ ही राज्य में 2019 से राजभवन में चार शपथग्रहण समारोह हो चुके हैं। राज्य में नवंबर 2019 में विधानसभा चुनाव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने के बाद, राजभवन में आयोजित हुए एक समारोह में भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस और राकांपा नेता अजित पवार ने क्रमशः मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
यह सरकार केवल 80 घंटे तक चली थी, क्योंकि पवार अपनी पार्टी में विभाजन नहीं करा सके। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने एक महीने के भीतर तब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जब उनकी पार्टी ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया। इसके बाद अजित पवार राकांपा में वापस लौट आए और इस सरकार में उपमुख्यमंत्री बने।
ठाकरे के खिलाफ एकनाथ शिंदे और 39 विधायकों के विद्रोह तथा शिवसेना के विभाजित होने के बाद पिछले साल जून में एमवीए सरकार गिर गई थी। शिंदे ने पिछले साल 30 जून को भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस बार फड़णवीस उपमुख्यमंत्री बने। पहले तीन शपथग्रहण समारोहों के समय भगत सिंह कोश्यारी राज्यपाल थे, लेकिन रविवार को हुए शपथग्रहण समारोह के समय रमेश बैस राज्यपाल हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के कुछ महीने बाद अगले साल अक्टूबर के आसपास होने की संभावना है।
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद कहा कि राज्य अब एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों के साथ विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार के बारे में शिंदे ने कहा कि विकास की राजनीति का विकास पुरुष द्वारा समर्थन किया जा रहा है। जब एक काबिल पार्टी कार्यकर्ता को दोयम दर्जे की भूमिका मिलती है, तो ऐसी चीजें होती हैं।
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि अब डबल इंजन की सरकार ट्रिपल इंजन की हो गई है। अब राज्य (विकास की राह पर) तेजी से आगे बढ़ेगा। अब हमारे पास एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री हैं। इससे राज्य का तेजी से विकास करने में मदद मिलेगी।
अजित पवार ने क्या कहा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि यदि हम सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ जा सकते हैं, तो भाजपा के साथ क्यों नहीं। हमने राकांपा विधायक दल के रूप में शिंदे सरकार को समर्थन दिया; भविष्य के सभी चुनाव पार्टी चिह्न पर लड़ेंगे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि हमने देश के विकास में सहयोग के लिए महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने का फैसला किया। मैंने शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था, आगे पार्टी (राकांपा) के लिए काम करने की इच्छा व्यक्त की थी।
संजय राउत ने क्या कहा?
नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार अपनी पार्टी में टूट से विचलित नहीं हैं और नये सिरे से शुरुआत कर सकते हैं। राउत ने एक ट्वीट में कहा कि मैंने अभी राकांपा प्रमुख शरद पवार से बात की। उन्होंने कहा कि वह दृढ़ हैं और लोगों का समर्थन हमारे साथ है। हम उद्धव ठाकरे के साथ एक नई शुरुआत कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग इस तरह के ‘‘सर्कस’’ को लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे। राकांपा नेता अजित पवार, मुख्यमंत्री शिंदे और भारतीय जनता पार्टी के स्पष्ट संदर्भ में राउत ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ लोग महाराष्ट्र की राजनीति को पूरी तरह से खराब करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें उनके चुने हुए रास्ते पर आगे बढ़ने दें।
बावनकुले का दावा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने रविवार को दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 53 में से 40 विधायक राज्य सरकार का समर्थन कर रहे हैं। बावनकुले राकांपा नेता अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। शरद पवार नीत पार्टी के आठ विधायकों ने शिवसेना और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है। बावनकुले ने कहा कि राकांपा के 53 में से 40 विधायक राज्य सरकार का समर्थन कर रहे हैं।
कौन हैं अजित पवार?
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री रह चुके अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे हैं। एक बार पहले भी अजित पवार बागी होकर भाजपा में शामिल हो गए थे। तब भी उन्हें उप-मुख्यमंत्री का पद मिल गया था। अजित पवार, शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव के बेटे हैं। अजित पवार का जन्म 22 जुलाई 1959 को अहमदनगर जिले के देवलाली प्रवरा में हुआ। श्रीनिवास, अजित पवार और विजया पाटिल तीन भाई-बहन हैं। अजित पवार के दो बच्चे- पार्थ और जय हैं। देवलाली प्रवरा में अजित पवार की स्कूली शिक्षा हुई। वर्तमान में वह महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य और बारामती निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं।
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