White Colored Snake : मध्यप्रदेश के खरगौन में उस समय लोगों के रोंगटे खड़े हो गए जब जिले के मंडलेश्वर के एक गांव में दुर्लभ प्रजाति का सांप देखा गया। समान्य तौर पर सांप तो देखे जाते है, लेकिन इस सांप को देखकर हर कोई हैरान है। क्योंकि सांप एकदम सफेद था। हालांकि इससे पहले सफेद सांप मंडलेश्वर क्षेत्र में 29 जून 2020 में भी मिला था। सांप का रेस्क्ूय थैंक्यू नेचर वेेलफेयर सोसायअी के सदस्यों के अनुसार सफेद सांप करैत प्रजाति का होता है। जो काफी कम दिखाई देते हैं। देश में पहली बार यह सांप भुवनेश्वर में देखा गया था। आमतौर पर करैत प्रजाति के सांप काले रंग के होते है। हाल ही में रेस्क्यू किए गए सांप की लंबाई 18 इंच के करीब है।
सफेद सांप की विशेष प्रजाति
सांप एक्सपर्ट के अनुसार करैत सांप की प्रजाति विशेष श्रेणी या विलुप्त प्रजाति में नहीं है। ये भारत के निमाड़ क्षेत्र में आसानी से मिलने वाला सांप है। लेकिन, इसका पूरा रंग सफेद होना दुर्लभ है। किसी भी प्राणी का सफेद होना एल्बिनो कहलाता है। इसे एक्रोमिया, एक्रोमेसिया या एक्रोमेटोसिस भी कहा जाता है। गर्भ में शिशु के शरीर में मेलेनिन के उत्पादन में शामिल एंजाइम के अभाव की वजह से त्वचा, बाल और आंखों में रंजक या रंग के संपूर्ण या आंशिक अभाव द्वारा चिह्नित किया जाने वाला एक जन्मजात विकार है। ये विकार किसी भी जीव में पाया जा सकता है।
वन विभाग की कस्टडी में सांप
सफेद सांप मिलने की सूचना के बाद वन विभाग मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू करके उसे अपने कब्जे में ले लिया है। फिलहाल, सांप वन विभाग की अभिरक्षा में है। बताया जा रहा है कि सांप पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।