MP Monsoon: मध्यप्रदेश में आज (29 मई) नौतपा का पांचवा हैं। देशभर में जहां एक तरफ भीषण गर्मी पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ जगहों पर आंधी-लू ने दस्तक दे दी है।
इसी बीच बंसल न्यूज ने सीनियर साइंटिस्ट वेद प्रकाश सिंह से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने इस बार के मानसून को लेकर बताया कि मानसून कैसा रहेगा और कौन-कौन से शहरों से एंटर होगा।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मानसून?
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून, मप्र के लिए मुख्य तौर पर प्रभावी होता है, जो कि जून से लेकर सितंबर के बीच रहता है। इसके तीन प्रमुख कारण है।
1. प्रशांत महासागर में अल नीनो या ला नीना की स्थिति कैसी है? जिसे ENSO इंडेक्स कहा जाता है।
2. हिंद महासागर में कितना स्ट्रांग प्रेशर डिफरेंस है? जिसको इंडियन ओसियन डाइपोल कहा जाता है।
3. हिमालय क्षेत्र में कितना स्नोफॉल हुआ है?
इन तीनों परिस्थितियों को देखा जाए, तो फिलहाल एलिनो कमजोर पड़ चुका है। वहीं, इस बार हिमालय रीजन में स्नोफॉल कम हुआ है, जो कि मानसून के लिए अच्छा संकेत है।
मप्र में इतने फीसदी दर्ज हो सकती है बारिश
इन्हीं तीनों परिस्थितियों के कारण मौसम विभाग ने बताया कि मप्र और मध्य भारत में औसत से 104 प्रतिशत बारिश दर्ज हो सकती है।
मप्र के इन शहरों में हो सकती है बारिश
आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और भोपाल में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। वहीं, रीवा और शहडोल संभागों में थोड़ी कम और जबलपुर में सामान्य बारिश होने के आसार हैं।
जितनी ज्यादा गर्मी, उतनी तेज बारिश?
सीनियर साइंटिस्ट के मुताबिक राजस्थान में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, वैसे ही वहां पर हीट लो मई के आखिरी तक डेवलप हो जाता है।
इस दौरान हीट लो जितना ज्यादा स्ट्रोंग होगा, प्रेशर ग्रेडिएंट फोर्स उतना ज्यादा डेपलप होता है। इसी वजह से महासागर यानी अरबसागर, बंगाल की खाड़ी या हिंद महासागर की तरफ से नम हवाएं चल रहीं हैं, वो भी उतनी ही तेज होंगी।
अगर ये नौतपा में ज्यादा तपता है, तो मॉइश्चर प्लस स्ट्रोंग होता है। हालांकि, मानसून को प्रभावित करने वाला कोई एक कारक नहीं होता है। ये एक ग्लोबल फिनोमिना है।
इसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन ये कहा जा सकता है कि जो मानसून केरल के ऊपर अनसेट है वो 1 जून या उसके पहले आ सकता है।
मप्र में इस दिन दस्तक देगा मानसून
मप्र में 15-20 जून के बीच मानसून की एंट्री हो सकती है।
किन-किन शहरों से एंटर होगा मानसून?
मानसून बंगाल की खाड़ी से एंटर हो सकता है। जबलपुर संभाग के मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा से एंटर कर सकता है। इसके बाद बड़वानी, बुरहानपुर क्षेत्रों में भी मानसून की एंट्री हो सकती है।
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