WhatsApp New Privacy Policy: अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर WhatsApp को अपने यूजर्स से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अपने प्राइवेट डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंतित लोग WhatsApp और फेसबुक को बैन करने की भी मांग कर रहे हैं। व्हाट्सएप की आने वाली नई प्राइवेसी पॉलिसी के कारण बड़ी संख्या में यूजर्स सिग्नल और टेलीग्राम जैसे दूसरे एप्स पर अपना अकाउंट बना रहे हैं। इसी बीच अपने यूजर्स की शंकाओं को दूर करते हुए सफाई दी है।
कंपनी का कहना है कि, WhatsApp पर आपके मैसेज और कॉल्स पूरी तरह सुरक्षित हैं। हम आपके प्राइवेट डेटा स्टोर नहीं करते हैं और न ही फेसबुक के साथ शेयर होते हैं। नई पॉलिसी अपडेट से दोस्तों या परिवार के साथ आपके मैसेजेस की प्राइवेसी प्रभावित नहीं होगी। इसके साथ ही एंड टू एंड एन्क्रिप्शन (End-to-end encryption) भी जारी रहेगा।
Our privacy policy update does not affect the privacy of your messages with friends or family. Learn more about how we protect your privacy as well as what we do NOT share with Facebook here: https://t.co/VzAnxFR7NQ
— WhatsApp (@WhatsApp) January 12, 2021
WhatsApp ने नई पॉलिसी को लेकर ट्वीट कर सात प्वॉइंट्स में अपनी बात रखी। व्हाट्सएप ने ट्वीट के कैप्शन में लिखा, ‘हम यह 100% साफ कर दें कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के जरिए आपके प्राइवेट मैसेज आगे भी सुरक्षित रहेंगे। बता दें कि व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी 8 फरवरी से लागू होगी। इस पॉलिसी को स्वीकार न करने वाले यूजर्स व्हाट्सएप का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
नहीं देखेंगे मैसेज-कॉल्स
कंपनी ने साफ किया है कि, व्हाट्सएप या फेसबुक आपके प्राइवेट मैसेजेस नहीं देख सकता और ना ही कॉल्स सुन सकता। व्हाट्सएप में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन है, जो यह सुनिश्चित करता है यूजर के मैसेज सिर्फ सेंडर या रिसीवर ही पढ़ सकें। कंपनी भी आपकी चैट नहीं देख पाएगी।
मैसेज या कॉल्स का रिकॉर्ड नहीं
कौन सा यूजर किसे कॉल या मैसेज कर रहा है, इसका रिकॉर्ड भी व्हाट्सएप नहीं रखता। कंपनी ने कहा, ‘आमतौर पर मोबाइल ऑपरेटर्स इस तरह की जानकारी रखते हैं, हमारा मानना है, 2 अरब यूजर्स के ऐसे रिकॉर्ड रखना प्राइवेसी और सिक्योरिटी दोनों तरह का खतरा है, इसलिए हम नहीं रखते।’
कंपनी ने कहा, जब आप व्हाट्सएप पर किसी के साथ अपना लोकेशन शेयर करते हैं, तो यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन द्वारा सुरक्षित होता है, यानी आपकी लोकेशन को आपके द्वारा साझा किए जाने के अलावा कोई भी आपके स्थान को नहीं देख सकता है।
कंपनी ने बयान में ये भी कहा…
हम आपके कॉन्टैक्ट्स को फेसबुक के साथ साझा नहीं करते हैं। जब आप हमें अनुमति देते हैं, तो हम मैसेज को तेज और विश्वसनीय बनाने के लिए आपकी address book से केवल फोन नंबर का उपयोग करते हैं और हम अन्य फेसबुक ऐप के साथ अपनी कॉन्टैक्ट्स लिस्ट साझा नहीं करते हैं।
ग्रुप्स प्राइवेट रहेंगे- हम मैसेज भेजने और अपनी सर्विस को स्पैम और दुरुपयोग से बचाने के लिए Group membership का उपयोग करते हैं। हम विज्ञापन उद्देश्यों के लिए इस डेटा को फेसबुक के साथ साझा नहीं करते हैं। ये प्राइवेट चैट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं जिससे हम कंटेंट नहीं देख सकते।
यूजर्स एडिशनल सिक्योरिटी के लिए अपने मैसेजेस को सेंड करने के बाद चैट से डिसअपीयर होने के लिए सेट कर सकते हैं।