Advertisment

Property Rules: चल और अचल संपत्ति क्या है ? क्या कहता सरकारी नियम, जानिए इस रिपोर्ट में सबकुछ

संपत्ति से जड़े कुछ चर्चा में तो बहुत रहते हैं। पर कई बार इनका सही मतलब हमें पता नहीं होता है। जो लोग प्रापर्टी से जुड़े काम करते हैं

author-image
Agnesh Parashar
Property Rules: चल और अचल संपत्ति क्या है ? क्या कहता सरकारी नियम, जानिए इस रिपोर्ट में सबकुछ

Kaam Ki Baat:  संपत्ति से जुड़े कुछ शब्द अक्सर चर्चा में तो  रहते हैं। पर कई बार इनका सही मतलब हमें पता नहीं होता है। जिस से भ्रम की स्थिति बनती है। जो लोग प्रापर्टी से जुड़े काम करते हैं उन्हें तो ये शब्द आसानी से समझ लेते हैं। लकिन आमजन को इनका अर्थ तक मालूम नहीं होता है। इसलिए आज हम आपको संपत्ति से जुड़ी अहम जानकारी देने जा रहे है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

Advertisment

संपत्ति के प्रकार

भारत में दो प्रकार की संपत्ति की चर्चा होती है पहली है चल संपत्ति और दूसरी है अचल संपत्ति पहले जानते है इनके मतलब –

अचल संपत्ति-

ऐसी संपत्ति जो एक जगह से दूसरी जगह पर नहीं ले जाई जा सकता है उसे अचल संपत्ति कहते हैं, जैसे- घर, कारखाना वगैरह इसमें शामिल हैं।

चल संपत्ति-

वहीं ऐसी संपत्ति जिसे एक जगह से दूसरे जगह पर आसानी से ले जाया जा सकता है उसे चल संपत्ति कहते हैं जैसे चल संपत्ति के कुछ उदाहरण- आभूषण, लैपटॉप, पंखा,सामान्वा वाहन और अन्य इसमें शामिल है।

Advertisment

चल और अचल संपत्ति में अंतर-

चल और अचल संपत्ति में कुछ अंतर भी होते है जो संपत्ति एक से दूसरी जगह आसानी से स्थानातंरण हो जाए उसे हम चल संपत्ति कहते है। इसे हम चलायमान संपत्ति भी कहते हैं। चल संपत्ति को कोई सरकारी रिकार्ड नहीं होता है वहीं इसके विपरीत अचल संपत्ति उसे कहते है।

जिसे एक से दूसरी जगह पर शिफ्ट न किया जा सके। इसे हम स्थिर संपत्ति भी कहते हैं। वहीं इसका सरकारी रिकार्ड भी हमें रखना पड़ता है। 100 रुपये से अधिक है तो पंजीकरण अधिनियम 1908 के तहत इसका पंजीकरण जरूरी है।

वहीं चल संपत्ति को हम आसानी से बांट सकते है जबकि अचल संपत्ति को बांटने के लिए हमें कई बार परेशानी का सामना भी करना पड़ता है जैसे जमीन के मामले सरकारी दफ्तरों के चक्कर हमें लगाने पड़ते हैं। क्योंकि अचल संपत्ति को बिना वसीयत के हम किसी को सौंप नहीं सकते हैं।

Advertisment

वहीं सरकारी नियम के मुताबिक पेड़, पौधे या और भी अन्य जमीन से प्राप्त होने वाली वस्तुएं को अचल संपत्ति में शामिल नहीं किया जाता है। इसका मतबल होता है कि जो सरकार का आयकर अधिनियम है उसके मुताबिक 100 रुपये से अधिक है तो पंजीकरण अधिनियम 1908 के तहत इसका पंजीकरण जरूरी है।

kaam ki baat Immovable Property Immovable Property Government Rules Movable Movable Property अचल संपत्ति अचल संपत्ति सरकारी नियम चल चल संपत्ति
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें