Bharat Bandh Today: देश में जहां कई मुद्दें इन दिनो चर्चा में बने हुए है वहीं इधर आज देशभर में यानि 28 मार्च से प्रदेश के ट्रेड यूनियन की हड़ताल शुरू होने वाली है जिसे लेकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किए जाएंगे।
सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन
आपको बताते चलें कि, सरकार की नीतियों के विरोध में दो दिनी आज और कल, 28 और 29 मार्च को विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल / बंद का आह्वान किया गया। इस समय की तस्वीरें कोलकाता के जादवपुर से तस्वीरें सामने आ रही है।इसके मद्देनज़र प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता में जादवपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को ब्लॉक किया।
West Bengal | A 48 hours nationwide strike/bandh called by different trade unions to protest against govt policies to be observed today & tomorrow, March 28 & 29.
Visuals from Jadavpur, Kolkata pic.twitter.com/KIXENBe73Z
— ANI (@ANI) March 28, 2022
केरल में हड़ताल के साथ बंद रहेगे बैंक
आपको बताते चलें कि, ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है। (तस्वीरें तिरुवनंतपुरम की हैं) एक व्यक्ति ने बताया, “हड़ताल और बंद के आह्वान से मुझे अपने ऑफिस जाने में दिक्कत हो रही है।”ओडिशा: ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है।
बैंकिग कानून के विरोध में प्रदर्शन
आपको बताते चलें कि, इस हड़ताल में रोडवेज, बैंक कर्मी और बिजली कर्मी आदि कई लोग शामिल है जिसकी पुष्टि करते हुए यूनियनों ने दावा किया है। बताते चलें कि, यह विरोध प्रदर्शन सरकार की नीतियों के अलावा बैंक यूनियन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2021 के विरोध में बंद किया जा रहा है। दो दिवसीय हड़ताल में बैंक बंद होने के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
RINL का हड़ताल से उत्पादन हुआ प्रभावित
आपको बताते चले कि, सार्वजनिक क्षेत्र के राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के करीब 8,000 कर्मचारियों के सोमवार को श्रमिक संगठनों की देशव्यापी हड़ताल में शामिल हो जाने से विशाखापटनम स्थित स्टील संयंत्र में उत्पादन प्रभावित हुआ। ये कर्मचारी श्रमिक संगठनों की तरफ से बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल में शामिल हुए हैं। इस अधिकारी ने कहा कि संयंत्र के एक फर्नेस को पहले ही एहतियाती तौर पर बंद करना पड़ा था जबकि एक फर्नेस में पहले ही रखरखाव का काम चल रहा है।