दुनियाभर में अपनाई जाती है ये अनोखी थैरेपी

मारमा थेरेपी भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति में से एक हैं 

शरीर के 107 मारमा पॉइंट्स (ऊर्जा केंद्र) का जिक्र किया गया है। इन पॉइंट्स पर दबाव डालने से शारीरिक और मानसिक बीमारियों में राहत मिलती है।

यह तकनीक आज भी केरल और दक्षिण भारत में लोकप्रिय है।

हीलिंग फ्रिक्वेंसीज- इस साउंड थेरेपी में रिदम और फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल किया जाता है जो व्यक्ति की मस्तिष्क की तरंगों पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं।

फॉरेस्ट बाथिंग जापान में बहुत  ज्यादा चलन में हैं लोग जंगलों में जाकर प्रकृति के बीच समय बिताते हैं।

इससे मानसिक शांति मिलती है। तनाव कम होता है

बी थेरेपी मधुमक्खी के डंक से इलाज की यह पद्धति चीन और मिस्र में हजारों सालों से चली आ रही है।

 इसमें मधुमक्खी के जहर का उपयोग गठिया, नसों की समस्याओं और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है।

शिरशासन थेरेपीयोग में सिर के बल खड़े होने (शिरशासन) को दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।

यह योगासन हजारों वर्षों से भारतीय परंपरा में उपयोग किया जा रहा है।