20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस है। इस दिन ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस ने साबित किया था कि मादा मच्छर मलेरिया फैलाती है।
मच्छरों के बारे में ऐसी बातें जो आप शायद ही जानते होंगे।
केवल मादा मच्छर काटती हैं, नर मच्छर कभी नहीं काटते। मादा को अंडे बनाने के लिए खून से प्रोटीन चाहिए होता है।
नर मच्छर सिर्फ फूलों और पौधों का रस पीते हैं।
धरती पर मच्छरों की 3500 से ज्यादा प्रजातियां हैं, लेकिन इनमें से बहुत थोड़ी ही इंसानों को काटती हैं।
मच्छर पसीने और सांस से निकलने वाली कार्बनडाइऑक्साइड से इंसानों को पहचानते हैं। वे 75 फीट दूर से इंसानों को पहचान लेते हैं।
एक रिसर्च में पता चला कि मच्छर O पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वालों को सबसे ज्यादा काटते हैं। इसके बाद A और B पॉजिटिव ब्लड वालों को काटते हैं।
नर मच्छर का जीवन सिर्फ 10 दिन का होता है। मादा मच्छर 1 से 2 महीने तक जिंदा रहती है।
दुनिया में हर साल 7 से 8 लाख लोग मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों मलेरिया, डेंगू से मरते हैं।
मच्छरों को नींबू, लैवेंडर, नीम, तुलसी और लेमन ग्रास की गंध पसंद नहीं होती है। वे इनसे दूर भागते हैं।