गर्मी में अस्थमा पेशेंट हो सकते हैं ज्यादा परेशान, रखें ये सावधानी

चिलचिलाती गर्मी का प्रभाव अस्थमा पीड़ितों के लिए सबसे घातक हो सकता है। आइए जानें गर्मियों में अस्थमा पेशेंट्स को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

जब तापमान गर्म हो तब घर में रहें: सुबह जल्दी या देर शाम को जब तापमान कम हो, तब बाहरी गतिविधियों का समय निर्धारित करें। इनडोर स्थानों को ठंडा रखने के लिए ब्लाइंड या पर्दे का उपयोग करें।

घर के अंदर ठंडा वातावरण बनाएं: पंखे, एयर कंडीशनर या ठंडे शावर का उपयोग करें। यदि संभव हो, तो घर के अंदर की धूल और एलर्जी को कम करने के लिए एयर प्यूरीफायर खरीदें।

खूब पानी पिएं: दिन भर पानी पीते रहें, भले ही आपको प्यास न लगे। डिहाइड्रेशन वायु मार्ग में बलगम को गाढ़ा बनाता है, जिससे अस्थमा के लक्षण बढ़ जाते हैं।

AQI की निगरानी करें: प्रदूषण को ट्रैक करने के लिए AQI India या स्थानीय मौसम संसाधनों जैसे ऐप का उपयोग करें। अगर हवा दूषित है तो बाहर जाने से बचें।

चिकित्सा जांच: गर्मी की शुरुआत से पहले, अपनी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर से जांच करवाएं। यदि आवश्यक हो तो खुराक या दवाएं बदलें ताकि आप अधिक गंभीर स्थितियों के लिए खुद को तैयार कर सकें।

बाहर मास्क या स्कार्फ पहनें: मास्क (यदि उपलब्ध हो तो N95) पहनने से एलर्जी और प्रदूषक दूर रहेंगे। नाक और मुँह पर हल्का सा सूती स्कार्फ पहनना भी अच्छा हो सकता है।

धूप में वर्कआउट करने से बचें: यदि व्यायाम आपकी दिनचर्या का हिस्सा है, तो इसे घर के अंदर या सुबह करें। गर्म तापमान के दौरान हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज को छोड़ देना चाहिए।

घर में एलर्जी का प्रबंधन करें: नियमित रूप से बिस्तर साफ करें और ऐसे इनडोर पौधों से बचें जिनमें फफूंद या पोलन हो सकते हैं।