ऑपरेशन सिंदूर पर देश को दी जानकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर 'ऑपरेशन सिंदूर' पर संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग दी। उनकी शांत और सशक्त उपस्थिति पूरे देश में चर्चा का विषय बनी।

पहली महिला अधिकारी बनीं अंतरराष्ट्रीय सैन्य नेतृत्वकर्ता वर्ष 2016 में ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली वे पहली महिला अधिकारी बनीं। 18 देशों की इस सैन्य ड्रिल में वे अकेली महिला टुकड़ी कमांडर थीं।

गुजरात की बेटी कर्नल सोफिया का जन्म मध्यप्रदेश के छतरपुर स्थित नौगांव में हुआ था। उनके दादा भारतीय सेना में थे और उनके पति मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में अधिकारी हैं।

बायोकैमिस्ट्री में पोस्टग्रेजुएट हैं कर्नल उन्होंने बायोकैमिस्ट्री में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है, जो उनकी शैक्षणिक योग्यता और अनुशासन को दर्शाता है।

संयुक्त राष्ट्र मिशन में 6 वर्षों का अनुभव कर्नल कुरैशी ने UN मिशन के तहत 2006 में कांगो में शांति मिशन में भाग लिया। वहां उन्होंने सीजफायर की निगरानी और मानवीय सहायता अभियानों का नेतृत्व किया।

महिला अधिकारियों को दी प्रेरणा अपने UN मिशन अनुभव को ‘गर्व का क्षण’ बताते हुए उन्होंने कहा था—“देश के लिए मेहनत करें और सबका नाम रोशन करें।”

क्षमता के आधार पर मिली पहचान, नहीं था कोई विशेष दर्जा स्व. जनरल बिपिन रावत ने एक बार कहा था, “उनका चयन लिंग नहीं, नेतृत्व और योग्यता के आधार पर हुआ।”