क्या होता है TTE और TC में अंतर? जानें इनके अधिकार

भारतीय रेल में यात्रा के दौरान रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर चलती ट्रेन में यात्रियों से टिकट के बारे में पूछताछ के लिए TTE और TC को नियुक्त किया जाता है।

आमतौर पर हम दोनों को एक ही मान लेते हैं लेकिन TTE और TC के काम और अधिकार अलग होते हैं।

ट्रैवेलिंग टिकट एग्जामिनर या TTE की नियुक्ति देश में चलने वाली प्रीमियम से लेकर मेल एक्सप्रेस ट्रेनों तक में की जाती है।

इनका काम ट्रेनों में यात्रा कर रहे लोगों का टिकट चेक करने से लेकर बेटिकट यात्रा कर रहे लोगों से जुर्माना वसूलना भी होता है।

कंफर्म रिजर्वेशन होने के बावजूद यात्रा नहीं कर रहे लोगों के खाली सीट को RAC या वेटिंग लिस्ट के यात्री को निर्धारित शुल्क में देने का अधिकार इनके पास होता है।

वहीं, TC को ट्रेन के बाहर टिकट चेक करने का अधिकार होता है।

TC की ड्यूटी रेलवे प्लेटफॉर्म के साथ-साथ निकास और प्रवेश द्वार पर भी लगाई जाती है।