हमारे फ़ोन पर रोज़ सैकड़ों मैसेज आते हैं.
कभी बैंक का, कभी किसी ऐप का, कभी ऑफ़र का
लेकिन इन्हीं मैसेजों में कई बार फर्जी लिंक या धोखाधड़ी वाले नंबर भी घुस जाते हैं
लेकिन अब से कंपनियों को अपने हर SMS टेम्पलेट में मौजूद वैरिएबल फील्ड जैसे लिंक, ऐप डाउनलोड URL, या कॉल बैक नंबर को पहले से रजिस्टर कराना होगा
नए नियम के तहत कंपनियां अब SMS टेम्पलेट बनाते समय यह बताएंगी कि मैसेज में कौन-सा लिंक आएगा और उसका उद्देश्य क्या है
पुराने सभी टेम्पलेट 60 दिनों के भीतर अपडेट करने होंगे, नहीं तो ऐसे मैसेज भेजे ही नहीं जाएंगे