तिल में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व होते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं।
तिल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे पाचन में मदद और कब्ज से राहत मिलती है। इससे भोजन जल्दी पचता है और पेट लंबे समय तक भरा महसूस होता है।
तिल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते है, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन-E और जिंक होते हैं, जो त्वचा को पोषण देते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं।
तिल में मौजूद फाइबर और हेल्दी फैट्स ब्लड-शुगर को धीरे बढ़ने देते हैं, जिससे डायबिटीज में मदद मिलती है। इससे भूख और खाने की इच्छा भी नियंत्रित रहती है।
तिल खाने से पेट जल्दी भरा महसूस होता है, जिससे अनावश्यक नाश्ता या ओवर-ईटिंग कम होती है।
तिल को हल्का भूनकर या भिगोकर खाएं। इसे सलाद, चटनी, दही, हलवा या दूध-दही में भी मिला सकते हैं।