पित्त दोष से ग्रस्त लोग - मूली खाने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है और पेट में जलन हो सकती है।
थायरॉयड रोगी
- मूली में गोइट्रोजन होते हैं जो थायरॉयड ग्रंथि के कार्य में बाधा डाल सकते हैं।
किडनी की पथरी वाले लोग
- मूली में ऑक्सालेट होता है, जो
किडनी
की पथरी की समस्या बढ़ा सकता है।
डायरिया से पीड़ित व्यक्ति
- मूली का सेवन दस्त की समस्या को बढ़ा सकता है।
कम रक्तचाप वाले लोग
- मूली रक्तचाप को और कम कर सकती है, जिससे कमजोरी महसूस हो सकती है।
पाचन संबंधी समस्याओं वाले लोग
- मूली गैस और पेट फूलने की समस्या को बढ़ा सकती है।
सर्जरी के बाद रिकवरी में मूली का सेवन रक्त को पतला कर सकता है, जो सर्जरी के बाद हानिकारक हो सकता है।